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मिश्रबंधु

५७२ मिश्रबंधु-विनोद सं० १९८५ रचना-काल-सं० १९ । रचना-ऐतिहासिक विषयों पर लेख, मुसलमानकालीन इति- विवरण-श्राप एच-एच० सहाराजा सीतामऊ के राजकुमार तथा बड़े उत्साही हिंदी-प्रेमी एवं लेखक हैं। इनका मुसलमान- काल का इतिहास अनूठे प्रकार से लिखा हुआ प्रायः ४०० पृष्ठों का रोचक ग्रंथ है। नाम- -(४३७४ ) रणंजयसिंह । जन्स-काल-सं० १९५८। रचना-काल-सं० १९८५ । अंथ--(१) सत्य-संरक्षण, (२) व्यायाम, (३) म्लेच्छ- महामंडल आदि। विवरण-~-अमेठी के राजकुमार तथा आर्यसमाजी है । सं० १६८३ में भारतीय प्राईनसभा के सदस्य चुने गए तथा १९८७ में महालना मालवीयजी के साथ आपने भी उससे त्यागपत्र दे दिया। नाम-( ४३७१ ) रामचंद्र शुक्ल (सरस) एम० ए०, प्रयाग-निवासी। जन्मकाल-लगभग सं० १९६०। कविता-काल-सं० १९८५ । रचना-~अभिमन्यु वध । विवरण-इनके भाई पं० रामशंकर शुक्ल ने हिंदी साहित्य का इतिहास-ग्रंथ लिखा है, जिसका आपने संपादन किया है। ब्रजभाषा और खड़ी बोली में अच्छे छंद लिखते हैं। -( ४३७६ ) रामेश्वर झा 'द्विजेंद्र' बी० ए०, भागलपुर । जन्म-काल-- ०१६६०। ग्रंथ स्फुट रचनाएँ। नाम- i