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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद सं. १९८२ चक्र नाम--(४४८१ ) मृत्यंजयप्रसाद विद्यालंकार 'विशारद', जिनादेई, सारन । जन्म-काल--सं० १९६२ । रचना-कान-लगभग सं० १९८२ । ग्रंथ-(१) अनीति की ओर और (२) भारतवर्ष की प्रधान, एकता (अनुवाद)। विवरण-बाप कायस्थ-कुलोत्पन्न बाबू राजेंद्रप्रसादजी एम्. ए०, एम्० डी० के पुत्र और 'हिंदी-नवजीवन' के सहकारी संपा- नाम-(४४८२ ) रघुनंदन शर्मा, प्रयाग-निवासी। जन्म-काल-सं० १९५५ । रचना-काल-सं० १९८२ विवरण-खेलौना पत्र के संपादक । नाम-(४४८३) रूपलाल, वृंदावन । ग्रंथ-स्फुट पद। जन्म-काल-सं० १९५७ । विवरण-राधावल्लभीय संप्रदाय के अनुयायी। नाम-(४४८४ ) लक्ष्मीनारायण शर्मा 'कृपाण' कवि । जन्म-काल-सं० १९५७ । ग्रंथ--(2) स्वार्थ-रक्षा-भजनावली ( १६७२ ), (२) श्रीभारत-रत्नमाला (१९७७), (३) रामायण-कल्पलता-नाटक (१९७७), (४) कृपाण-गीतांजलि (१९७६), (१) विधवा की प्रार्थना, (६) शहीदों की अपील, (७) वसंत का अंत । विवरण- -श्राप भिवानी, जिला हिसार में रहते हैं। आपके पिता का नाम मोहनलाल है। जाति के गौड़ ब्राह्मण हैं। नाम-(४४३५ ) विमलादेवी 'रमा', डुमराँव, शाहाबाद।