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मिश्रबंधु

सं० १९८४ चक्र उत्तर नूतन जन्म-काल-सं० १६५८। ग्रंथ-(१) पच-शब्द-कोष, (२) हिंदी-गीता श्रादि । विवरण -श्राप राजपूत-कुलोत्पन्न श्रीयुत महाराजसिंह के नाम- ( ४५०२) सुरेश्वर पाठक, विद्यालंकार, विशारद, रतैठा, खड्गपुर, मुंगेर। जन्म-काल---सं० १९६३ । रचना-काल-लगभग सं० १९८३ । ग्रंथ-(१) रचना-मयंक, (२) वंग-विजय, (३) सवरी (उपन्यास)। विवरण---श्राप पं० अजबलाल पाठक के पुत्र और 'देश' पत्र, के सहकारी संपादक हैं। समय-संवत् १९८४ के अन्य कविगण ---(४५०३) अवधविहारी अवस्थी, विमल' (कवि), कान्यकुब्ज ब्राह्मण। जन्म-काल- --सं० १९५६ । कविता-काल-सं० १९८४ । अंथ-(१) नारी-संगीत-रना (२) वेश्या-दोप-दर्शन, (३)जुत्रा-दोपदर्शन, (४) विधवा-विलाप श्रादि । विवरण---सनादतगंज लखनऊ में हिंदू-समाज-सुधार कार्यालय खुला हुआ है। उसमें आपने कई वर्ष परिश्रम करके लोक-हित के कार्य किए । बहुत-से भजन भी आपने बनाए हैं। नाम--(४५०४ ) ईश्वरीप्रसाद वर्मा 'शब्द' शोभासदन, कमंगरगली, (पटना सिटी)। जन्म-काल-सं० १९५६ ।