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मिश्रबंधु

सं. १९८९ चक्र उसर नूतन विवरण- ---आप लश्कर में अध्यापक थे। अब तबदीली हो गई है। उदाहरण- जल-थल अनल-अनिल' कण-कण में नवजीवन सत्वर भर दे। हृत्तंत्री की स्वर-लहरी से विश्व-मंच झंकृत कर दे। तेरी मधुमय मादक तान सुनकर जागे हिंदुस्तान । मधुर रागिनी गा वीणा पर कर दे पुनः प्रेम-संचार; तान-तान पर मोहित होकर बलि बलि जाने सव संसार। तेरे मंजुल मंगल गान सुनकर जागे हिंदुस्तान । नाम--(४५३१) लक्ष्मीशंकर मिश्र 'अरुण' बी० ए०, लखनऊ। जन्म-काल-लगभग सं० १९६६ । रचना-काल-सं० १६५ विवरण--गल्प-लेखक । इनकी स्त्री श्रीमती 'चकोरीजी' अच्छी कविता करती हैं। नाम-(४५३६ ) रामेश्वरोदेवी मिश्र 'चकोरी', लखनऊ। जन्म-काल-लगभग सं० १९७०। रचना-काल- लगभग सं० १९८५ विवरगा- -श्राए लक्ष्मीशंकर मित्र 'अरुण' की धर्मपती हैं। “उच्च कोटि की पत्र-पत्रिकायों में श्रापकी रचनाएँ कई वर्षों से 'निकल रही हैं। अच्छी कविता करती हैं। नाम-(४५३७ ) ललितादेवी पाठक बी० ए०, प्रयाग । जन्म-काल- -लगभग सं० १९६८। रचना-काल-सं० १३८ । विवरण-श्राप स्वर्गीय श्रीधर पाठक की सुपुत्री हैं। हिंदी की "अच्छी लेखिका हैं। नाम-( ४५३८) लक्ष्मीनारायणसिंहजी 'सुधांशु'।