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मिश्रबंधु

प्राचीन करिगण स - - -पूजा। नाम-(१२१४) लालजीत । ग्रंथ-अकीर्ति-जिन-मंदिर-पूजा । रचना-काल सं० १८७०। नाम-(१६४) सरूपचंद । ग्रंथ-अकीर्ति-जिन-मंदिर-प रचना-काल-सं० १८७० । जैन कवि । नाम-(१४) भूपतिराम । ग्रंथ-त्रिलोकसार । रचना-काल-सं० १८७१ । विवरण-ग्रंथ में जैन-दर्शनानुसार तीन लोकों का छंदोबद्ध वर्णन दिया हुआ है। नाम -(१) रामचंद्र । अंथ-भाव-संग्रह। रचना-काल -सं० १८७१। विवरण-ग्रंथ में जैन-पूजा का वर्णन है। नाम-( १००१) माजिलखा, गुजरात-प्रांत । रचना-काल-सं. १८७२ । अंथ-चुग़लोर की लीला । विवरण-पेशवानों का राज्य जब गुजरात में था, उसी समय में थापका होना पाया जाता है । नाम -(१०) रसिकराय । प्रथ-द्वारकाधीश चौरासी । रचनाकान्त- ---१८७२ । कवि इस विषय में लिखता है- "संवत अठारह चहत्तर कृष्णाष्टमी शुभ साजि: