पृष्ठ:यंग इण्डिया.djvu/१०२

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अपने जन्म में कदाचित पहली ही बार किया था प्रमाणित करने लिये मुकदमा चलानेवालों ने चिथड़े पहने हुए एक व्यक्ति को पेश किया जो देखने में सड़कों पर भीख मांगनेवाला हो प्रतीत होता था और जिसे पण्डितजी ने पहले कभी नहीं देखा था। उसने कागज को उलटा पकड़कर आधे सेकेण्ड में कसम खाकर कह दिया कि यह हस्ताक्षर अभियुक्त का ही है। स्वयंसेवकों के फार्म पर हस्ताक्षर करने का केवल इतना ही सबूत पेश किया गया। इसी पर कांग्रेस के भूतपूर्व सभापति तथा वर्तमान प्रधानमन्त्री क्रिमिनल ला एमेण्डमेट ऐकृ के अनुसार दोषीसायित किये गये और उन्हें छः मास का दण्ड दिया गया जिसे घे पूर्णरूपसे भुगतकर आये हैं।

भिन्न भिन्न प्रान्तम दमन लीला

असहयागियों के मुकदमों में जो गैर-कानूनी कार्रवाइयां हुई वे अदालत के बाहर प्रचलित घोर अन्धाधुन्ध के सामने कुछ भी नहीं हैं। मोटे तौर से यह कहा जा सकता है कि असहयोगियों के शरीर या उनकी सम्पत्ति अथवा प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने के कार्य को अपराध समझना तो दूर रहा उलटे ऐसा करना सरकार के प्रति ऊचे दा की राजभक्ति का कार्य समय जाने लगा। ऊपर देश में दमननोतिकी सामान्य प्रवृत्ति दिखलायी गयी है जिसमें विशेष महत्व के उन खास बास मामझों का उल्लकिया गया है जिनके कारण उक्त प्रान्त के