पृष्ठ:यंग इण्डिया.djvu/१५१

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लिये या गला सूखनेपर ही पानी पीते थे। किन्तु यह भी अपराध समझा गया क्योंकि वे पानी पीनेके उस छोटेसे प्याले द्वारा अपना एक प्रधान भेद अलग कर रहे थे ।


मलाबार तथा मुलतानकी घटनाएं


'उपद्रवा' तथा उत्सवों के कार्यों का सामना करनेका जो संयुक्त प्रयत्न कांग्रेस तथा खिलाफत कमेटियों द्वारा किया जाता है उसमें बहुत कुछ सफलता हुई है, किन्तु, जैसा कि मलाबारकी दुःखद घटना तथा हालके मुलतानके उपद्रवसे प्रगट होता है. इस सम्बन्धमें अभी और भी अधिक उन्नतिकी आवश्यकता है। इन दुर्घटनाओंकी विशेष बातोंके सम्बन्धमें कुछ नहीं कहना क्योंकि मलाबारकी घटनाकी जांच करनेके लिये कार्य- समितिने पृथक कमेटी नियुक्त कर दी है जिसके अध्यक्ष मद्रास हाईकोर्ट के भूतपूर्व जज श्री फैज तैयबजी यारिस्टर हैं, और मुलतानका उपद्रव अभी हालमें ही हुआ है, अतः इतना शीघ्र उसके सम्बन्धको वास्तविक बानोंकी ठीक ठीक मीमांसा नहीं हो सकती। :मिन्तु इन उपद्रवोंका मूल कारण चाहे जो हो, इसमें सन्देह नहीं कि इन्हें गष्ट्रीय विपत्ति ही सम- झना होगा । यह जानकर पुनः आशाका सञ्चार होता है कि दोनों स्थानों के हिन्दूमुसलमान नेता पुनः प्रीतिमय पारस्परिक सम्बन्ध खापित करनेकी चेष्टा कर रहे हैं। कभी कभी इधर-उधर सुनायी देनेवाली मलाबार तथा मुलतानकी प्रतिध्वनिके छोड़कर देशके