पृष्ठ:यंग इण्डिया.djvu/३२५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१६५
बड़े लाटकी कार्य क्षमता


है कि मुसम्मात बलोचन तथा अन्य औरतें -जिनका विवरण कांग्रेस कमेटीकी रिपोर्ट में है- वेश्यायें हैं और सफदाह तथा परना मदृश बदमाश जातियोंमेंसे है जो वेश्या कर्मके लिय अमृत. सरमें रहने लगी हैं। बदमाश जातिके लिये जो विधान बने हैं उनके अनुसार इनमेसे कितनोको दण्ड भी हो चुका है।

सूचना पाकर पुलिसने मुसम्मात रानीका मकान घेर लिया और मिगमिस तथा परनाको गिरफ्तार किया। ये लोग वहॉपर नेशनल बंकस लूटी सम्पत्तिको आपसमे बांट रहे थे। बंकका बहुतमा माल बरामद हुआ और ये लोग पकड़ लिये गये। उस समय अनेक परनो वेश्यायें उस मकान पर पहरा दे रही थीं। गिरफ्तार शुदा आदमियोंमें चारको नेशनल बंकके अभियोगमे फांमीका दण्ड दिया गया पर बादको फांसीका दण्ड हटाकर कालापानीका दण्ड दिया गया। चारीका माल रखनेके अपराधमें अन्य पाँचको लात सात वर्ष की कड़ी सजा मिली थी पर वे विगत दिसम्बर में छोड़ दिये गये। मुसम्मात बलोचन तथा अन्य परनी स्त्रियां जो पहरे पर गिरफ्तार की गई थी कोतवाली लायी गई पर शामको वे इस शर्त पर छोड़ दी गई कि कल वे अदालतमें हाजिर हो जायंगी क्योंकि औरतोंपर मुकदमा चलाना उचित न समझा गया। इन दोनों दिन स्त्रियां कोतवालीके पासवाली गलीमें बैठो थीं जहां उनके साथ किसी तरहकी ज्यादती करनेका किसी सरकारी अफसरको साहस नहीं हो सकता था। भारतमें