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पंजाबकी दुर्घटना


प्रश्न---तो यहां उपद्रव आन्दोलनके कारण हुआ न कि सीमान्त प्रदेश होनेके कारण ?

उत्तर---मैं सम्पूर्ण बातोंको नहीं समझा सकता।

प्रश्न---क्या आप इसकी व्याख्या नही कर सकते ?

उत्तर---नहीं।

इसके लिये हम मि० किचिनपर किसी तरहका दोषारोपण नहीं कर सकते। उसने मुख्य प्रश्नका उत्तर दे दिया था। इसी प्रश्नपर विचार करने के लिये, इसीकी जांच करनेके लिये ही हण्टर कमेटी भ्रमण कर रही थी। अब यह साहजादा सुल- तान अहमदपर था कि वे उसका आन्तरिक अर्थ निकालते। कमिश्नर साहब स्वयं एक अधिकारी थे। इसलिये इमसे अधि. कको आशा करनी उससे व्यर्थ थी। उसके इस कहनेका कि पञ्जाब सीमान्त प्रदेश था-यह अभिप्राय था कि पञ्जाबमें प्रेमका शासन नहीं होता बल्कि भयको राज्य रहता है और सेनाके बल शासन किया जाता है। उसके बाद ही दूसरे प्रश्नके उत्त. रमें उसने कहा—'क्योकि वहां सेना थी' इस कथनसे उमका अभिप्राय यही था कि संनाके रहते अधिकारियोंकी सम- झौता करनेका विचार ही उत्पन्न न हुआ और सेनाका प्रयोग करके उन्होंने जनताका उत्तेजित करना ही उचित समझा। तीसरे प्रश्नके उत्तरमें उसने जो कुछ कहा उससे उपद्रवके कारणसे काई सम्बन्ध नहीं था बल्कि उससे प्रगट होता था कि यह सब क्यों किया गया अर्थात् राजनैतिक आन्दोलनको