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बड़े लाटके पास डेकोरेशन


यातकी प्रार्थना करते हैं कि आप प्रधान मन्त्रीसे इस बातकी प्रार्थना करें कि वे सन्धिके शर्तो पर पुनः विचारकी योजना करें और उनसे स्पष्ट कह दें कि यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो आप भारतीय जनताका माथ देंगे। हम लोग आपकी सेवामें इस तरहकी प्रार्थना इस कारण उपस्थित करते हैं कि आपने बार बार इस बातकी घोषणा की है कि आपने तथा आपकी सरकारने भारतीय मुसलमानोंकी अवस्थाकी तरफ प्रध न मन्त्रीका ध्यान आकृष्ट किया है और उन्हें बत. लाया है कि यह बात अधिकाश मुसलमानोंकी चित्तवृतिको डावाडोल कर रही हैं । इसलिये हमारी समझमें हम लागोंका इस बातका अधिकार है कि हम लोग आपसे कहें कि आप भारतीय मुसलमानोंको इस बातका भरोसा दे दें कि आप आजभी उसी प्रकार उनके साथ हैं और उनकी, न्यायपूर्ण मांगोके लिये उनका अन्ततक साथ देंगे और यदि प्रधान मन्त्री न्यायके अनुसार सन्धिकी शर्तों में उचित सशाधन करानेकी चेष्टा न करें हो आप अपना पद तक त्याग देंगे। हम लोग निसङ्कोच तथा साहसके साथ इस. पातको कह सकते है कि यदि भारतवर्षको भी औपनिवेशिक अधिकार प्राप्त होता तो उसके मन्त्री ऐसी अवस्थामें-जब कि सन्धिको शर्ते मुसलमानोंके धार्मिक भावोंकी परवा न कर विश्वास घात कर रही हैं अपने पदसे कभी स्तीफा दे दिये होते।

यदि समाग्यवश आपने हम लोगोंको बात न मानी तो हम