पृष्ठ:योग प्रदीप.djvu/५

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भाषान्तरकार श्रीलक्ष्मण नारायण गर्दै प्रकाशक श्रीमदनगोपाल गाडोदिया श्रीअरविन्द ग्रन्थमाला ४, हेयर स्ट्रीट, कलकत्ता . मुद्रक श्रीघनश्यामदास जालान गीताप्रेस, गोरखपुर प्रथम संस्करण २२५० { मूल्य ॥) आठ आना