पृष्ठ:रक्षा बंधन.djvu/१४७

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दूसरा सैनिक---हाँ मैंने भी सुना है। परन्तु ऐसा क्यों किया जा रहा है। क्या रूसी सेना जो इधर आ रही है इतनी ताकतवर है कि हम उसका मुकाबला नहीं कर सकते।

तीसरा सैनिक---नहीं यह बात नहीं है। अब हमारे लिए यहाँ का मौसम ठीक नहीं रहा।

दूसरा सैनिक--मौसम ठीक कैसे नहीं रहा?

तीसरा सैनिक---अभी तक सर्दी का मौसम था। अब बसन्त आ रहा है।

पहला सैनिक---परन्तु बसन्त तो हमारे अनुकूल होना चाहिए।

तीसरा सैनिक पहले रहता था अब नहीं रहा।

दूसरा सैनिक--यह क्यों?

तीसरा सैनिक---(धीरे स्वर में ) सुना है कि अब फौज की कमाण्ड हिटलर के हाथ में नहीं रही।

पहला सैनिक---तो इससे क्या हुआ?

तीसरा सैनिक--इससे यह हुआ कि अब सब मामला उलटा हो गया है।

दोनों सैनिक---(हँसते हुए ) बड़े मसखरे हो।

तीसरा सैनिक---ऐसा मत कहना सबसे बड़ा तो कमाण्डर है।

स्थान---रूस में हिटलर का हेड क्वार्टर

( हिटलर गोरिंग तथा डा० गोबिल्स से वार्तालाप कर रहा है )

हिटलर---इस बार मैं नात्सी वर्षगाँठ पर बलिन पाकर अपना भाषण न कर सकूंगा। गोरिंग मेरी ओर से तुम भाषण कर देना और गोबिल्स तुम भी कुछ कह देना।

गोरिंग---आपके न जाने से जर्मन जनता को सन्देह तथा निराशा होगी।

हिटलर--ओह! अगर इतना भी नहीं कर सकते कि अपनी