पृष्ठ:रक्षा बंधन.djvu/१५२

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नर्स---लेकिन वह जरमन है डाक्टर।

डाक्टर---कोई भी हो। उसके बकने का प्रभाव दूसरे सैनिकों पर खराब पड़ेगा।

नर्स---क्या सैनिक नहीं जानते कि वह अपने होश में नहीं है।

डाक्टर---जानते हों, या न जानते हों। चाहे होश में कहे जांय या बेहोशी में---शब्दों में बड़ी ताकत है। एक बेहोश आदमी के शब्द भी अत्यन्त अच्छा-बुरा प्रभाव डाल सकते है।

नर्स---ऐसा तो ओ....।

डाक्टर---चुप रहो। मैं डाक्टर हूँ---मैं इन बातों को तुम से अधिक अच्छा समझ सकता हूँ।

(डाक्टर कागज उठाकर कुछ लिखता है।)

डाक्टर---जाओ, यह दवा उसे पिला दो।

नर्स--( नुसखा देखकर ) क्या जहर! ओ! डाक्टर वह एक जरमन है।

डाक्टर---बस खामोश। इस समय वह एक पागल है जो फ्यूहरर का विरोधी है बस हमारे लिए इतना ही काफी है। जाओ!

नर्स---जैसी आज्ञा!

(दूसरे दिन)

(दो आहत सैनिक, जिनके पलरे एक दूसरे के निकट हैं---बात कर रहे हैं)

एक सैनिक---(धीमे स्वर से) स्टिफिन्सन मर गया।

दूसरा सैनिक---हाँ रात में बेचारा चल बसा। उसे सन्निपात भी तो हो गया था।

पहला---न कहीं सन्निपात! वह तो सन्निपात का ढोंग कर रहा था।

दूसरा---क्यों?

फ्यूहरर के विरुद्ध अपने उद्गार निकालने के लिए। मेरी उसकी सलाह हो चुकी थी। उसने कहा था पहले मैं पागल बनता हूँ---दो तीन