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रस-मीमांसा

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रस-मीमांसा Examples. शंख-चक्रवाले हरि–संयोग. बिना शंख-चक्र के हरि–विप्रयोग. भीम अर्जुन-साहचर्य. कर्ण अर्जुन–विरोधिता ( बैर ). भव-बाधा दूर करनेवाले स्थाणु को नमस्कार-अर्थ (= प्रयोजन i. e. भवचाधा शांति ), देव, सिंहासन पर विराजिए—प्रकरण. मकरध्वज कुपित हुआ—लिंग (चिह्न 11' कोप ). मधु से मत्त को किल—सामथ्र्य ( मधु-वसंत ). In te the suggested meaning is confinel to a particular word and does not go further. | लक्षणा-मुलक व्यंजना-1, 6, व्यंजना based on लक्षणा. Example उसका घर बिल्कुल पानी में . Here the लक्ष्यार्थं of पानी is पानी का तट. 1'he Suggested fact is the excess of dampness or coolness. | आर्थी व्यंजना In आर्थी व्यंजना 'the suggested meaning is comprehended by taking into consideration वक्ता, बोधव्य ( the person addressed ) वाक्य, अन्य का संनिधान, वाच्य ( अर्थ ), प्रस्ताव ( प्रकरण ), देश, काल, काकु, चेष्टा etc. Examples. (1) वक्ता, वाक्य, प्रकरण, देश और काल द्वारा-“शरद ऋतु आ गई, रास्तों का पानी सूख गया, लंका यहाँ से थोड़ी ही