पृष्ठ:राजसिंह.djvu/२०

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५ दृश्य] पहिला अंक- एक नागरिक-लो भाई । महाराणा जी की सवारी आ रही है। आओ हम भी दर्शन कर लें। (राणा जी घोड़े पर सवार सब सरदारों सहित श्राते हैं) सब लोग-(हर्ष से) जय, महाराणा राजसिंह की जय। हिन्दुपति हिन्दुसूर्य राणाजी की जय । श्री एकलिङ्ग के दीवान की जय । (पर्दा बदलता है)