पृष्ठ:राजस्ठान का इतिहास भाग 2.djvu/१७७

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जयपुर पहुंचने पर नरसिंह और प्रतापसिंह-दोनों कारागार में बन्द कर दिये गये और राजा की आज्ञा से खण्डेला आमेर राज्य में मिला लिया गया। इसके बाद वहाँ का प्रबन्ध करने के लिये पाँच सौ सैनिक खण्डेला में रखे गये। जो छोटे-छोटे सामन्त राजा खण्डेला की अधीनता में थे, उनको वहाँ का अधिकार वॉटकर उनसे ऐसे प्रतिज्ञा-पत्र लिखा लिये कि जिससे वे राज्य के विरुद्ध कभी विद्रोह न कर सकें। इस प्रकार खण्डेला राज्य पतित होकर पूर्ण रूप से जयपुर राज्य की अधीनता में आ गया। 169