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राबिन्सन क्रूसो।


उन्होंने अँगरज़ों से पूछा, तुम लोग इन स्त्रियों को लेकर क्या करोगे? दासी बना कर रक्खोगे या पत्नी?

अँगरेज़-हम लोग उनसे दोनों ही काम लेंगे। वे हमारी दासी भी होंगी और पत्नी भी।

स्पेनियर्ड-सरदार-"अच्छी बात है, मैं इस विषय में तुम्हें कोई बाधा न दूँगा। तुम जो अच्छा समझो, करो। किन्तु मुझे यह व्यवस्था कर देनी चाहिए जिसमें तुम लोग आपस में किसी तरह की तकरार न करो। इसलिए तुम लोगों से मेरा एक अनुरोध है कि तुम लोग एक स्त्री से अधिक ग्रहण न करो। दार-परिग्रह के अनन्तर तुम सब आपस में मिल जुल कर रहो। कोई किसी के अधिकार पर हस्तक्षेप न करे। सब अपनी अपनी स्त्री का भरण-पोषण करें।" इन प्रस्तावों पर अँगरेज़ सहज ही में सम्मत हो गये। उन्होंने स्पेनियर्डों से पूछा-"क्या तुम लोगों में कोई ब्याह करना चाहता है?" उन सब ने एक साथ इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर के अपने आत्म-निग्रह और धर्मनिष्ठा का परिचय दिया। उनमें कितने ही यह कह कर, कि देश में हमारी स्त्री और बालबच्चे हैं, पुनर्विवाह करने पर स्वीकृत न हुए। किसी किसी ने असभ्य जाति की स्त्रियों से ब्याह करना पसन्द न किया।

अँगरेज़ों ने विवाहित होकर अपना नया घर बसाया। स्पेनियर्ड लोग और फ़्राइडे का पिता मेरे ही पुराने घर में रहते थे। उन लोगों ने गुफ़ा के भीतरी हिस्से को खोद कर खूब लम्बा-चौड़ा कर लिया था। इसके पूर्व उन लोगों ने असभ्यों के पारस्परिक युद्ध के समय जिन तीन व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया था, उन पर किसी तरह का अत्याचार न कर के उनसे