पृष्ठ:रामचरितमानस.pdf/२१

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6 dba यह एक अत्यन्त रोचक सचिन जासूसी उपन्यास है। आप ने कोतने ही' उपन्यास पढ़े होंगे पर नरेन्द्रभूषण के ऐसा शिक्षा प्रद और रोचक उपन्यार शायद ही कहीं पढ़ा हो। राजनीति की चातुर्य पूर्ण चालें और नरेन्द्रभूषण का अपूर्व घल और साहस तथा शान्ता का अद्वितीय प्रेम हृदय सो मुग्ध तथा उछाल देने वाले हैं। फिर महन्त जी के जंगली ग्रोह की दुष्टता और किले का अन्त में फतह होना इत्यादि यह सब २५० पृष्ठों में छपे हैं। सजिल्द पुस्तक है और मूल्य १ । शीघ्रता करिए। ODOCOCOSODODCOC PDOC मनेजर, बेलवेडियर प्रेस, प्रयाग। la a ..- -