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योरप की यात्रा।

रहे। यदि किसी प्रकार वह धूम्रमय संसार एक बड़ी रबड़ की थैली में भर कर रक्खा जा सकता, तो निःसन्देह उसी का बेलून बनाकर उस पर मारी पृथ्वी को चढ़ाकर एकदम आकाश की सैर करा लाई जा सकती।

मेरे साथी एक और जैसे काव्याकाश में उड़ने के लिए प्रयत्न करते थे, वैसे ही दुसरी और उनमें पूर्ण रूप से वैज्ञानिक अनुसन्धान की प्रवृत्ति पाई जाती थी। परन्तु दुःख की बात है कि उनकी वह अनुसन्धान की प्रवृत्ति प्राय: चुरुट के धुएँ के पीछे ही चला करती है। उनकी तम्बाकू रखने की थैली, सिगरेट का काग़ज़ और दियासलाई डिबिया दम-दम भर पर खो जाती है। साथी महाशय उन्हें ढूँढ़ते हैं वहाँ जहाँ उनके मिलने की कोई सम्भावना नहीं, पर ये मिलती हैं वहीं जहाँ से मिलनी चाहिएँ। पुराणों मेँ लिखा है कि इन्द्र का सबसे प्रधान कार्य है, यज्ञ करनेवालों के मार्ग में विघ्न उपस्थित करना और उनके यज्ञ को नष्ट कर देना। जो लोग तपस्या करते हैं इन्द्र उनके पास अप्सरा भेजकर उनकी तपस्या भी नष्ट कर देते हैं। मैं समझता हूँ कि मेरे साथी की बुद्धि को सदा डावाँडोल किये रहने के लिए पर-श्री-कातर इन्द्र ने अपनी किसी चतुर अप्सरा को भेजा है और वह तम्बाकू की थैली बन कर सदा उन की जेब में रहती है। दिल्लगीबाज़ स्त्री के समान उनकी सिगरेट बार बार छिपती है और फिर अपने को पकड़ा देती है; और इसी तरह दिन-रात उनके चित्त को डावाँडोल बनाये रहती है। मैंने अपने साथी को बार बार यह कह कर सावधान कर दिया है कि यदि तुम्हारी मुक्ति मेँ कोई बाधा है तो यह सिगरेट है। मृत्यु के समय महर्षि