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तीसरा अङ्क

१५३

लगती है—

अब तो मेरा राम नाम दूसरा न कोई।
माता छोड़ी पिता छोड़े छोड़े सगा सोई,
सन्तन सङ्ग बैठि बैठि लोक लाज खोई।
अब तो०॥