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तीसरा अङ्क
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हैं तो मैं भी उन्हें जलाया करती हूँ।
भृगु—अच्छा,अब मुझे भी भूख लगी है, चलो।
चम्पा—(आपही आप) सिरमें जरा सी चोट लगी तो क्या, कानोंकी बालियाँ मिल गईं। इन दामों तो चाहे कोई मेरे सिरपर दिनभर थालियां,कटोरियाँ पटका करे।
(प्रस्थान)