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संग्राम

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तुम पुण्यात्मा हो, देवता हो। मुझे ले चलो। कंचनको देख लूँ। हलधर, मेरे पास अगर कुबेरका धन होता तो तुम्हारी भेंट कर देता। तुमने मेरे कुलको सर्वनाशसे बचा लिया।

हलधर—मैं सवेरे उन्हें साथ लाऊँगा।

सबल—नहीं, मैं इसी वक्त तुम्हारे साथ चलूंगा। अब सब्र नहीं है।

हलधर—चलिये।

(दोनों फाटक खोल कर चले जाते हैं)