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दूसरा अङ्क

७३

लगानके साथ यह बकाया न वसुल की जायगी। यह छूट सर-कारकी ओरसे नहीं हुई है। ठाकुर साहबने तुम लोगोंकी परव- रिशके ख्यालसे यह रिआयत की है। लेकिन जो असामी परदेस चला जायगा उसके साथ यह रिआयत न होगी। छोटे ठाकुरसाहबने देनदारोंपर डिगरी कराई है। मगर उनका हुक्म भी यही है कि डिगरी जारी न की जायगी। हां, जो लोग भागेंगे उनकी जायदाद नीलाम करा ली जायगी। तुम लोग दोनों ठाकुरोंको आशीर्वाद दो।

एक किसान--भगवान दोनों भाइयों की जुगुल जोड़ी सलामत रखे।

दूसरा--नारायन उनका कल्यान करें। हमको जिला लिया नहीं तो इस विपत्तिमें कुछ न सूझता था।

तीसरा--धन्य है उनकी उदारताको। राजा हो तो ऐसा दीनपालक हो। परमात्मा उनकी बढ़ती करे।

चौथा--ऐसा दानी देशमें और कौन है। नामके लिये सरकारको लाखों रुपये चन्दा दे आते हैं, हमको कौन पूछता है। बल्कि वह चन्दा भी हमीसे डणडे मार-मारकर वसूल कर लिया जाता है।

पहला--चलो, कल सब जने डेवढ़ीको जय मना आवें।

दूसरा--हाँ कल भोरे चलो।