पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/११३०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

3 सन्माप लाम्मी -पु. 4.! अम्मा गौम । हादिक, ममोपूर्ण, पप, लेशे . 1 मुहर मुन्नर बहुगभार या पोर नाति पर्तन पर पांच बात स्मितम् .. महरापन्ने - नामारमा । मीटकनागि कतैन निष्पतियम्म बत सरामाननामग्या 2 मिर सेवया,-पा खो-14 मुतामिमा पतिकाग | "रियो का पियोग, मामयम् मकवपूर्ण मम्मान मनना पान मयाब एक मही त्रिम (701 मा पा समो विसंग पोहो नाम लिए गए है). पक, मही, पी। - R.) 1 गति. Inam' मिनमा निरनमा ! मस+11 प्रान्न, वानम्ति हवं. (-विट पर्वत का नाम-जानिक पूर्व मन्त्र पिमान, ममूर मनोन. महान तो * पालन ३. सपा नया तब रानगागो, दिन प्रमेया। तुम : Insar [-1) मानारी । ना) मुद्रा प नाप्त मात्र प्रकार- मृतथवा निम्मान ...अगुप्ता, भनी सुशील गार, मीनी माप विसाप वामा गुमरन मास, मन Patra से निकाला जा सके.नि. प्रम्माप्त, ममिब, साता. मधाम. मुकर-पार यो म प्रमभनीप, (R) नमाम, माठान, मण --मन् ! बामद Nyी, IIMHINil -अस्य अमित वक्ष, प्राय सबरकत (विर - मोमोना मना पनी भनि निपग में, सुनित्रा, मिकित (वि ka m4 गामापाप्त. प्रतिमा. रजीना समाना दुपा, इ-वाम मन परमपना नीम अभि (-1) | मन मे निना मी बाम पाए । निक मतगामी(1मम्ने वधार मालप, मितनगार ++आप काम मात्र 1-4) 1 उप को पनो का नाम 2. कम की मारू मा प्रसुतपाकामनाए तिरों में से एक. मि.) 1मीद पुना मग ) स्ति: मानी निधन मुना भास i- एक भावना व्याग का! वर्ग, प्रय1 प्रम. प्रा. त्रिक कार सी के साथ कना न पूग मकृपाट, मार. सुष नाम प्रो पातम्य में प्राचीनतम बापू का पापा ममम ममरपाल कापस 44 बहुगर णि अन्य पाना माना है -गिट (f.) 1 शमी सहा ArIrlar भाति कमबद. समर मही-आमि का मा काय पनि मौसी -- काका...ना से गिर पा पनिष पिकाप, ताम् पाम. सायन सुपरवाए लानानगरे [वि.सने ने मंचर, -सना (वि.) मुनिवरित बिया बग्नत. मा पूरक रंगमा कियाग, बबिती से पराप, गन्ति पूर्व। म ..जावर या सहन का काम ! मनम, सतिष्] -1। are माननरभ. भारत व कामगा, मार (Najari म बाल, आनामा एकता मंना पोट रमीना-र1 - मावा व 2 मम पान मान-मानक | माा मान का दिम, I'प! | भुपाल / मनोहा-गह | मानद L. मुमन, मब म irant हावा भूमका मांस ! मम मोम गाँधी कलियों में. ! मामाभागक. .--माम्बाप मह पबाकी । गन, भाजी, !-बष गुण तल पर एसयूमा चिकर, भामाद पं की विति, कल्पक माप को नाम -र. (+) 1 मुकामय उपभोप -मार Ente में rem - ति: | वर मगना, मार. मग मनमानी (सी.)1 भी कामल मेम. प्यार. का यस्य पाना बन आनन्दमा रोगोमामला बिल वि०) पाच चम, 4- प्रसन्नता जसले पाना-1) पमानवस्नः, afr) नियका उमाणमा जगभूल स्त्री, रोमा पर मा मूत्र में मो मक पवित्र |पि नगर क. गला 2 मा. लि (बि. नियत पोर , सहा मनमा पनि कानमा फकालममुचित कर, पाका सहा मानं माला प की वामनपा कर गहा. संपूर्ण, महो + सड (-1, मि को काल कर पाक 4- मानम में नामा गुण द्वानी में पंक, रवि पालने म मा ! कर, हाग:- (4.) गु गला, (मा