पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/१३२०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

IN [.न.प्रमणिकालमा करने का मन कम्य- मु. मप. शालारjfसको मणिपनम+मिन , बास, कारण-कि- गरे। समानी [Hin) संचारमा पुन । म.ए.) 1 विषामा हाना बिमा परी बाबा) नारा ।। तीनों राय का 1 अनुसार कारमा मसारण | पाकामाम[म.] मानुष । मवान गपंखा को ग्रामवीर में बताननः । प्रचार | [एकता rai fanel पर प्रातरः |+1+बम (मा मिटिभरप! TIR का मारा. पर अन्म का लागवारी को दुकानपूष) मा पप | अपाय imपर्षसम्म में मागास का गया, बाम 100 न्य। प्रसारित [faa! [व बन गदग | mmst |शात्म मारम : वा। रही: मकान पर 'पन | | Nirr मला मा. मला : पता: विपिन गया. माहस, माहा। म/tralTiकात | राचन, मिशन पर बिशन.२ n lism BARBा पंजा गया है: र मालामबाप. [reीयम का पायावर प्राधिका ना! मन्दि समानामान ! एका मिजात नित धनमार करमा प्रमादित पार (19. 'वर' मपनंबा विरामपा को अपना पारा शिशिन वर्गा त्रिय 3AII गतिमा गण प्रवर राना। कालावीन नियम प्राप्तम्ब (14साल का निफ्प, गायक सपन जा का प्रस्तावना, मापा'चामा | प्राधा | inpinाना माना बात 1.) [ ] रदनप्ता को महानना WITH भरोसाका पीप पटोहिल जात्रा बाय 140मरा ] : Tri- जानेफ [ : स्लम या पान, रस-माग. nar प्रवाण पालम 0.b.frist In पस्थामणमा प?] 1.दसंशयः wint पामिक Herति मका - व्यपाना मारमा - नि: ilair for Frif अन...' विडा - मा001 ममतम imप अयम्माओं मनमनट पाराले मन पत्रिक प्रकिाएं आपाmin माना [+] 1 ग *बिपन्याति प्रा मा NT 21.शेम पर। प्राशनाया मनि+ts | प्रकारका प्राचिन पिणे 18| हर का 2एF सामान बक्रीकनेमा। मन (AL |sodबागान मंमार प्रकार (क) मगर - प] । ६ मा पनि -11माण दा यि PITT HIT IT aint प्रसारमा (वि।। [...] पह गया। --पीमा सपा का मामा पण [+ M] मानान.1 गार: पाक - मन मिला। घामान कारा पाहां 17 जान1 । आम पर माः परनालशेना। बत्राम मा ' नसीमोग बावपः। Rao hari sinent परिमाचा मानिन-Inाप । निमोपीनर HITE: बासमा महारा-1M1951 mपंह समावि विद्या MIRY-गा! का। mIED अन जान || गोपनं. ' ran मसि, दाया बाप मा.नमो:29, मनुः हा।