पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/१८१

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(विस्मयादि प्रमूका) डास्पर्म सामकामा स्पनिमूना, (ग) मामात र जिला पंचाना है, तना मजीव बान है। मापवर्ष 5. बहाए का ग्राम पर पदिग्निोर्णबरवा पवार सागवा-गावरा। करना (माप मात) पोषक (यो मा+समुद] 1 -पिटापयनिष्ठन्ति पिता पिठा.कमा:-बसर मिका रह गको के श्री बगरमा । लो, नम : र... परम्ना-बाबमा- माम (A) (मी-बी मारण-अम्पायर का पपुवा समुवन रघु | भिकार, पण मा. पवारीला समान प्रमाग, मषिकार पत्र 11 मेमोक, पप, मान (H०) (मो.) विका-अप] सामय 12 इसरे को सबक न बामा, पलों में पचरंग मर का बना हुमा, R. 1 पापरी से पक। पम -पत्रि--(HI). मात्र का वास्तु स मार्गध माण। का एक प्रकार प्रतिपाती मास्मिक (+) (मी. को] [अामान्]1 पतर -भामा पिल) सपर्य में बार बाकी वस्तूनों का पनी भाबर ही पला । 1 उपमो काले बाली (--).बग्नि मालपान (भ..आ+t-1] 1. एप हुक -- यवं बीमानारमियूब, नाम सना--foikष् मूग-परकायाः सजासई कुतो नालापाट -मामा पार्षमा ९.१०. महारे कोपर (अपने विसंघ मल बना दिसे पुकाने गए बिन पाया बाला वन)। अवामा पालिए पकाम:. ना। | नान[सब-] मरे मरन मालयन माक! ऑयू। रस्सा. गप लेमर समिरमरलामा बम्बममा : श्वच बग्न | 1 पशात, मुटिपा, गाग, तरणमामा कुटी, मगही. म्यामियो का मामाम पा 2 माशिबप+नि 11. उदास ने पान, जबत्मा, मन्वामिग का पर्मसम, बादाम पामिक निर करने पाका साक, लिविकार योजन या गावापार (म. गहाण, वान- पम्प वा मन्माम], पनिय मार बम्प भी जाने का | प्राभव वि० [मर-पागलाकारी गडापालन मायनों में काम कर मकाoha - गिमार-ए-rt Res विमा ५. ए मंशा + पारामुमार पह परि - 1 *, son T, 3 जन्म में भी पवित्र म+मिलायम बांत्रिमण--2. 'बानी। मारामाति-र०महाधिपविणारूप माबि पी० [पा मारी भार । 4new (महामायण पाणा का (भू... [+थि :- (4* न) IT के प्रपण, मणिभर.. नाप तुंगाच्य में प्रपत) । बरहा -मा. बाबा, पौषम fines पिन -पापाबा-मया हमें मामा बाम भनंम्प बालपम्मी कमान करने वाता, किमो स्थान पर विरले माना। मिरुलो-धा. ---मरा मानम् काम में कान मासा, मैंने मा+मग्न सम्मावाधाम (गम-पाग़ की भूमि का पाचन करम रामा, मामालेगाहा, पालनपाला -प्रणमिमायाणवम् -- (Int अपेपर वहिकारमंपत. पानि, माता +९.३ मिस माला 6. (पाप में प्रयुक्त) रातिमा सना, -कर (१० मन्पासी, पलपात्र । बमा रमा-परमान, यामबर,-समदा- माणित men (TROमममम निभा बिनमा-1... अका प्रमच गौरवाधि पामिक जोगमाया पो एक 21: मुबार रमाना। मामु | OF [++T आनक [भा-नि:म विश्रामरमत, सदन, अनिष्टम मनिनात, महब, सीन, म मर भी सरा -मौहबाजपणापाणिगाम : ता. om. ५/१, सुन पाके। सके पर कोई मनु शाबित ही ग्रहण | मानिसली. [+++लिनु] 1 गुना परमे माता, भापम-मरमर दुष्पमहम्मकस बोकार करना। म. ११८५ पारणास्थान, गरगह-मायाजा--matमम ) 1 बालिपन, परिशिष. शाम चीगाम्बा, दामाचोम्मूमनेव। मेमा-बोली-मोलमपुरमामायावती