पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/२७८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

। १५२ भगमकर कमला बला - गतुगलमा -का- १२२ (व) मिटा पापा-मी मीर या अपकी को बाहान पास बोस उप में मम पिपा मार कि मिरव र काप, MA (भोप पर कामगे [बालपन मां का प्रपर र बम प्रकारे को लौर वो भीमपनप के म आरोप स्वर की किसीम बर्बान नम पा सकतवरम गचित सु. किया जाता है) । ममान मनुभागवत १.१६ उत्सर । पान एकति- (मस्य- मनुस्वरमा, मूसंगी रागाहो खित पुस्तकमा खेलने में चिो बन पाई की उपचि-पागम्यतः पानाम्-रएं. काहारी एसएममा, पम मागका ६१९. १-४६. देना। कविर - पुचपापन,--- कार पनि पान-मान... दान [वि. भिमा-क-या टो-गि माम मालोवा-- पिच+शेत गहा गामा नाम उम्पम - पम भन्न का पत्र पाय !! मांग Jलमान नमक निमकी म में वार्म न हो पर कारमा प्रान्ता एक मारा। गमनमास्तिता, मारफान ' मनहना. toनि सर-को गलिग्क्षी चिल- रूपारा । पं.२०८०- नव गाग नई सा परमर्गा साप नाaan- माकपमा महाकापर=ना दगाम प्रना को दृष्टि पर लिए-जंगानाक्षस पीपीपल का दितो --भदिः ५:२४ । परिमिति का अनुपार भागमन |पुस । कोना . 'फाक'। SEN.WIN-या ऐसो ने सिपकार में ला०ी] कामिति, होन के पागा फिर गान -सर काश मनि (निको का 41414)। कति कामना काना, पाहमा. महामित होगा-परवाही पापिन्धनुनपसम्मिमाप मान्यगे पिपपीक, काया , --जवि नि ! परिकारजमा साल, पल्लाभत्री.. मनिरप ण-१५८. मनु- - वाम , जालसानी, बोखा, दांवपंच 32 पन्या wri, नीम करना, अभि- काय (ब) [या काशी पत्त्व- बनी नागप्तहाना, आमना कसा 1-1 माला, कामात समर्षि । पता करना, सपने मना-मन्वयम रिपुष. मानकुभद्र, मप्ति. पहा -: 45 MIN .. को माग, लिया पुच 1 ग मरमा कर 140 पता करमा आबस्यका अनुवाति-टार... शंमा.-काम- काग, मरा में उपस्थित रहा। १८मारका पत्र सरक गलत्रिम बि-काय कमा, बाहमा का कामा, मना- तबोर बन पता भगाने बियोग बाबा कमनःपका. पहा। नी-कपिलकालापत्रमा प्रभावामाग- MI [RT-टाम्] 1 ना, रहा कपि. पुग-404 पगेना गोग । मिनाया म कि पाकाला। -रक कोयल। काशित faim-जोमस:-मिनि कामरा लियो, बालविका कर गिनि+शेर कमिटी हर काम म मम धारि-भग. का+सपने कपरे पास होने १५५' काकी को एक निमा मा २०गार का वोगा। पाच [.. मन गा, ठिक-माकरे गा. पग के बराबर होता पाँt मोबबर गागा बन्द भाषा हि ", कात्र- पा. माप का करानकी सो पर चिौसागरंग-बा.१२ एक प्राचीन माप त्रिकी मात्रा कम 2 पायजा जलमारी का पता, ए में बाबा । बाद सतां मां बोम की महारत किती मोर+4] 1 पर का रोग, बांगो नाही का रार पिये सी.) +1 मप बच को र बन-मोबाग का गाब, हिंग, भोगमाम स्वर में नरिमर्क-नि- गरिमामवासीर- मिली---म्चा काग ममाया योग।