पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/३००

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कुन्द मा |] जिती। 1२४ कुममममा 1 सोत की मनी मात्रा की कुल दरी। मानक 11+--14:मा. पुषो+पहनी दार्षिो | कमी का समूह । +in+y Tी प्रदाफा] I.HT-+ नम 14. पला । पुरी में माम्न सुरू। पनिंग. पर पुणति, पित) 1.भोला पार' मनमा। पति के लिए मांग जिस पर पाय शिन्या केक नि० साम्। स्तन पाप, परन्नु स्ना कभी कपं- य च भी मका होने 1 पाती - मनाम मा मना मधान । पति हिनामिन-का-1-८, मानव T [7] मोका। सत्त, कोप तर म धूमम्-०५: एमा: [++itrl+ गा. पररूपम्] , बाला, 2 पत्तचित हन्ना, सामग्रम कमा पप हंग, गरपार पाप- कुन्ना पमिति-fina बैगा कि-कस्यांन-- अति (अर्मान-तकारिष. सम्पा), गिर्रामिहननमन्त्र होना, मौद १५४५१. पहि-महाना.1-18 पबालिकतरिनन्तरिवारी-मा-11 छोटा बन रोगा-बामन हि पनि भुगम मला- काहा। गरेप्रमीनिः + t२८%,2 निः होग, कुन्ताः [न-ए-क] 1. पिरासाका, जा प्राप्त करना, ना ग उभान, निदान -अमरिक प्रान्तोन्मीप्तपनोहानन -सर- विभाग। पासपोर४६.० २.गल-सबकुपिर=ivolus : i) देव तमा इशक गिनानियों का नाम धिनम् [ [ पिनी मरम्पपगी fer id कुनी कुनाम ( ना ...... सांग और साथ -".: ।। मितभिवी का नाम। पिनी। गं | परि गेषु । अंटी मंद पाया में पुति [कए+मिन्] [+ PRT नाम, । का एक पकार का पान। --भोग एक पादव मार, निादेश कसब (1ि5+--भव पांगर, नांप, ममा, रामा, विसो निमासान होने के कारण कुन्तामा तिरस्कबाप गोषपापा। इम्पन् गुण+प reपान ? गधो मार सुपी पुन्ति । गम्। 'शूर' नाम यादव को पूरी पार सोने में कर भानु राम चिसको मुनमान में गोर तिपा(हगार को भनु .६.१०.१५ । पन्ही पली माजिन शाप के कारण पाईनान पूर्व (4) रिमा परर पप | मन नई बसनं इस लिए जी को सम्मान ने दी गोश्त मोरयामा नदिया का स्वामी बहसा हाप से शत अपने माया प्रपोग कर रएकरपा र कुन रूम जिसम्प निसकेहिको भीमता का आगाहर करा. पर गणितमा सगर के इमार) उसने पुत्र प्रान कर मना । पान का पर्ष कुवंर हडविट में अपन मित्र का पुत्र है, भोर वामु घोर बन का बापाहन विमा कोर ना पगा मोर गालाचा भई। वन और अधिौमा मीम पर बई को मान किया। वह न का 'पाभा होने के बात न मा अष कर का भी पता पी भने मम्नी कोपनिया श्री. विजाराला नया मा1ि.t म मन का परांमप कर लिए मुसा मायान गगन माल रोग में पाया राता. इसके कम्पा पोर मरे माँग में उप प्राप्त किया। गोल दागे मोर माटत, और एकमतपल में अपना..... पर मानि. कुन्नान glrs ] एक पीलाद्विगामा'.-मर्ग माह पप 1 ट महम कमा गिना ३ शतिरत करना की पा1ि0) रा + गोट पहुंचाना । Fa: मावण का मकान कुम, (htम. द. मादित, - I पुगे रंगलवार पीठ पर नम्| पनका कभेद, मोगिया मगर और Maj पिकासमा ५६ -सको एक सेविका, का नम्दा फराहमपाग-मार्ट २०१८ i HTTरोर नीन कानोका था ।रुण कुलसचिवकर पापा-मः . और गम न, नर पक्ष मग प राजमान मना पुनः जो मालपावित्रम पाबा का देश महकम उमटन वा -- मंत्र -1 विण को चार्षि हो ची। नदीने उसमें में गुरु वाण मांगा, 2ौन। सम-करी पिलाने वाले थे, न उनको vिar