पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/३०२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

गा चौसर कर किया गया । कहते है कि मा महान | Fौर [+र+यम् परिपात, । योता ना मोर फिर पेस एक न ए वापता बीgupigीर, सल, पण जर मला क) रामी बानग्मेवार विषा मा पर्न पाचोर-शोप गृहीताप स्पामा तो रामप रे गा माई के मात्र पुत्र भी गाया मा पलिवचनम्-कि- मामी बिमसे कि पल कसको प्रवर फक्तिका रुपमा परिहांच्या परिका-PH. सके। मातम मुरा पाने के पान PART Pार-तक करना, मारना मार बचाया अपना मुबाब बनाने के प्रति- सुरपुरका | पूल कॉल प्रभाग कोसी-कुरम पिन मुधारको बन्दी बना मिया : बन्न भवन +F-म+पर सारस यो। गम के नायां पारा नपा-मार: 1. मार : ग. jोर-पो) | पार पाहि वस्गमा achof अदिका मन नाम मकर ममते-उपना कामालाकाराककिया की पुत्री गावरातु-गाः का समापन पामरीका एक पगा का हाँगको एक गणि grm गजाम कसीगा- नाप, . (पू), मोना समय: 1 ki न महान 448. RR - - पुनिक विशेषण-समायोश्यायाम गुम्मपीन होमर हामभंग। श्रीको पानी पीनामि कसूरी। • १३२, १५५५५ र पाटन को रंगम+म · मा म २० कुर'। नागना का विशेष अनिल का हुचित [Fr+ine | fair - ml पुड़िया कमां सभी बार-न-निसा मनानं यमा, मोभः । नाही रे कप में मस्त होता है। माम् पुररका मुकारFyकन्. म. fife. HF file अल जरिवार प्रत्या | गला मानहार, कामगा। हाता- 1 ( प का रा [कर | भार | गणमाको मेग आर. पुरुपक मनन-..।। विष्टम पते पर जाते -सौर मी लारव्यातयो मीच नई। रा. (MIन बेड च भी म का सम्ममा काम++++] [म का आशा गरी दाम 1 *च चन निगर (जोगतर्गन) मागापार का एक प्रकाः चिमा । र प .....भेट। मम - यन- दाहिने हाथ की अलिणे से दोनो नए और मूला बौगिक मारपरका माना। कामानिए पनि पुरी हि-५ अर्गुणमान गम् निल मा नप पनि, कुन +Trailer.jाः - टाप प्रयः परम्पप | चापा, वारापना । रवकाागणदप re, ५९९, मे... पुकाम-द्वार स्लम] 1 होता मांग it-i-ri सादामहा की फूल तिभन [ wiनि] । हावि०१५२ प' राम - मेमपात विपन बडानापानापyy: वि.२५ मारमा । म भरमा एक किस प्रकार (कादंग ! जी का 9%ा। मा [wag 1 तगकर मा मेमने 01 - बागल ] 1 वर्तमान दिमी के बाला वोर बोर, ताग अला. SAT निना स्थित एक मानभं रा होने में परे है। बतानम तुम्लामविनम्प पाननी -int...रंगप रस्मिन् मी + ] पानी का मात्र पनि। पापकासो सम् दंप के राबा--- मन - प्रकार का निर्मका माप -१० मा मत । म - मंत्रम पिन्नी के निकट २०६१- काम का एक निधन ! [+ सिंच महापौर नामक हाएक भरमा मतनों पापा वा पूर्णर बनने की मन पकाये शो-पात: बामा-गर्म चे समता परमान-. il ५. 1. मरा१५.--बाम-पत्र राल मनु- 11 - [भी.] पृजागवल । मामिका ए-कानन का विमोचण.- पिपरा. ५०० ट्राय नपा(m) मीनं का लोड । एक प्रकार की मस्ती। - सीन का विशेष