पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/३१५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

-(fo) [मबीच उत्तमशिन) + पतिमारबा-चोला, म कला. बहाना न.निता पलया, बिहीन,नोत्र fe-- बरसाना बाकालना, -मटकोररी जाचिोटा, मोजा, धूपम बामपूर्वक विकासमा, मेरमा या समाप्ती नंगा (बाकार या परिपत्र में प्रति म मममा. -निमा सामे प्रांगण-मुक पारसमरि- २२८३ सा, नष-मनु.९८ । -पीना, मामीना, बीना, ममा-माम माली, (वि.) खम, काला, मामा. आटा बव करता (1) गीता--भार (f.) मनुवकत) मुकामा नाना पता परमाता-पि। . ( अनुपमा) सूरा भरात किमा का [u+kt+t] (राम। मियम पाराना, निकर रूपना। लामाका मार-26. सानुप्रतिम- विनि-r.९४५, I४.५१चन ] 1 हमला, हामी कला 2. फाली मामया गिब की 31 क समाधि व्यापक [r+ममा ल्याही स्मानिन् (५० किम+नि ] नाटक का पान । (चा. नि-, M] [प+11. पाली, भूप बनाना। सांसकारी-पते पाविमरपापि पत्यषपतिला -10 पर कति, कप) 1सीमा, मारना, पि-नि टायट्मा- ... बोरना, नोंच ना, शहना मतप सिह मिका मु.९५ पास, २००६ माममा मकर-एक विनमय किलो की (म मंधी का काम किया मोर खौफना. गार करना-पट्टिका नगा मेली में निर्यात कलेजमा किसाब, कम्ती में Sinविका मुल का मामला होने बानी पर, मान--11-मा मेली -dheीवानी न्- १४१३ मा करमा, पिसानी। ( भनि का) नास्यामहरुमा--मीमा [कृषि - मात्र, दी] वो नी से अपनी सपी होना, मन ला. पगात करना, भभूत जीविकायन करे, किसम्म कति दियोकप्त -पात्र. करन:-मपारिनिपरामो विनापामाग कावेति-पनव २०. मनु. ११३८ २२१५, ना पापानमन मपि मर[+FEfवपादि। -पत्र | बलाना, मेनी कसा अन्- | Kat+mमर, सदा हमा, श्रीमद अंग प्रतिहीम कति लिया। प्राय पीता मग लामा । ला. हामिल करमा-कुरुमपा व यन्त कति [R+लि बिाम पन-(मा) J मा, बमाचल --महावितो में के ना, किमीको आगल साजा, मिनोचा। पनि कला (विकर्ष) अप-लोचमा, कीच | - [वि.] [[-II काला, गम, महरा से जाना. रा. साया *मा. मौलापुर--1. फामा 2 काका मित्रोमा न्तापभिप्रएका निरोक्षते पg. हरिमायाको चालमतिका पण, VI४. रघु. १६०५५ 2 मा. नर १८ प्रिय आमा बतासे कि मारलीय कम करना, पटाना,-साधना, सीप सेना, मुराशामके अनुसार नाम नाम A-लोपा, समीप पईकना, बनना, बीच तफा, निलामो यि युग और पक्की का पूष नियोगा (मामा)- बाप बनि--.. होने परमपना का भाग्यापर म्पनहा- हरा, सरममूना माग्नंग वममात्रष्टा णमार मार मोदी का पुत्र है. चने होमका -+१ मा ५९, रमु । पालन-पोषन निा और नहीं बना पाय १. (म आदि का) कामा-मामशिव विहाय! | नमारी वमको अपर के लिए निपोगा, चार केला • fate १४, पत्र वा और कादिर रामों को पार 4मा बन्पून मसा--मदिन 12. निएमा सहादुर-पीरता के बारम्बाम नसी यूरे विषम पर पाम में का मा. कित का वि समकत होने का - कमर सोचना, व्यापा-कादिवान पुचामलबारे के समानी मोजणाओं मालम्बमूलाध्य-पु ... NIRHI, मेबारमा बोनिमा चिनने रांचा सम्मानित