पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/३४३

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करता है जो अभावामगरिमा जाणा-य- ११५ मनु-११२९९ । स्नुहिकला. मे पुकारा का प्रमाण पचाया) स्वापकाना, माना जाता। बर्षिः- (का प्र'कलिए -मी। जालना.मेरोपमा बरना, प्रकसान करना, गीतानशिर+ल सेसि डि सामोपस्म, 1मला, पोरना करना, सबापार मा [भाग- मप्र लाल मा] चैतनिक विचारवी महलानी की मय).- रामाप पयोपापमानस्पषिभूचि :- गापना कर बगा। १.१५..ut.१५५ १. मर मुनि (.) विद+निम ? हरामात, परिप । १६३ कमी-सल्लाह और बद- अबधार, भानाज, परन्त्री यो विषयमस्म १५ पानवा कामा, बाम, पान्ति-काम्मिामुष जननामदार र काला पुकारना, गम मा स्म...! -ar ॥९४, पर नवा - मैच० १२. र. परिसि.inारितम्-गिना दारपणा, यवगा - करना, --पिर होग, प्रा. मुकर गाना ..बिनमपि पनि नावास्निी कारमा, मचा फाजा, मानोग्न करना :ना र ५। करना, तिपेप बरनामित करना मेर मनमा, प्रमादेगसा परिणाम देना, मागे ग बागा- मामविला-पुर- खेलवा-पा:-ति, सभा) 1 विगला, सिवा प्रवियना मा-कहना, समाचार देना, उबर माना जाना 2 काफ्ना खेलना। संबना करमा-मट्टि- ९५३ मा का [१-मन | माही, रसिया, टापूर्ण पर गरमा-रापयापि मम मारमाशाम - निगा बहा- 3 माल मेना, पुणरता -महादयोगावामी सनम [भार! 1 हिलाम। 2संक मारत बायता सा मिथुनमा पुनः १५.स-गा, समाधा'। सममा करता. हिला गाना, म... नानपान अंता 1-भ : लागा, नोन । सम्वनि पाल्दै मसपाया-मारे। कम्बो बाति पाणीनि- (F) [पा-11 नन रत्र. मन्न |19हा, मार तिर । का नाम लिया गण, पुजारा गया स्या wash) सोनमा गोर बरगी। लिपुट, पमिक, माम । -गहन कि को+] विकमाग, manा। उत्सव, प, बहनाम मोर बोर ()+बर, स्मा। सीमा+गि साट, प. उष, गि, सोमलपका बाबी पारी का परिका--मनु- 25 पर नाम. विरक गायी शक, मरिषण वनगा (मांग में। जोथिर न Jaray मान, जयपुक्त पर बारा वाजीका लोचन कर को [ मानागनकारी माहो) श्वनि शिY५५ स्पात, PRIMAना, घोषवा कामा, समाचार |मामलपि मरना ना, (ग्लम्प नाम रात्र) ज्यामो 1 मालामा का) अपान करवा कर करना, भाद. 12 मयि पा परिक्ति होना, -घर बाल मेला, मायामा 'it.!! बापपी-राया. पास करना ३.मित सला, प्रमित करता। -2012 कहना, बोपना कणा, बनंग. ..) [+] बैगन मन मुत) को गाबा का मसिना बोने वाला से पांच हमे पातर मग का मान- का wिiमामा बमा समिन म.मनासा :- गा। किन-मन मात्र शिमोर पानकोबा महास