पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/३५०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(17) कामना, मालिचा व.. बगेपर। हम नमान,--परम् गोपा मामिनत्यंच मिामला attarमारा नग, गका एक दाम्पनिक जार सभक्त मरी- - शब्दर नेर, भीमा यो से वार किया का मारि चिम' नामक पना का शाम. नपा नि, न मम मार को समाप्रमम -Resय गमों का स्वामी मगीन सुमित सम्प, - - प्रो, मात' : Tomविपर 5.20 बॉणत आठ प्रकार के अफरर माया पाती समिती, निलाका विवारी मेबारकाहर प्रकार को रोती--एक मिग-माधिमा ली। जमा परिपूर्णत प्रेम का कि ---मी मामा ममीको वाहि. पावसायकः । है. इसमें - सो पगार की रानिय की -लि का चूम' सपना गया आमश्चकनाई पोरन मो मगे मधिपो की अनु कारंग सग कार का होने निकोलस के चारतार गर । श भाग्य साया सका यह नाय । रुपमपमापकात लिन्ति - 1 मेन का पाना मा फोगा, ( मनगर मार सदा में एक निममें मन का फमा गांकन पांचा, - पूजा भूरनो, प्रेती, विग्न-हार..करमा पाना। को । मिमा AIE, गाय का गवार (2016) | TH-T-वन | एक और gh - खो०) पुची - मात्रा' और असम शासकों का नाम। नकर मेर पहावर्गक वा पाचाती 112 ना भूगच; गमः . एक पहाभा पदन को मापनी । प्रोटा रता हो। मरिक पागम मानिने मार वि मातापि + गमत, नपान था कि (पा) मान्दर, भग नामदार। नयविना शहराण-चम सोप-बोमन वि +] (नल गपाग * मत में ममम.-मोमिनी गणार को पति tej पण । वाणा पर मना मगन्मापी रे तपारमा- सब एक एमार भाव बने 'का-भागा नापपात्रका भा. का बना । । एक कार का गपाक चिस की कामना प्रियामता. कोण म - 1 गुपनtar ! सक। पानी -फाग-रानिन्दिन यह पान बस्ति (बी-1 | 14 जान नपा स, विदित पर कंग-०२१---21 विरुप ३ ' TH. He . Img : प्र+ IAN सापांग सि.190) व पी- पाकि. - गप : भूपर ही भागने लगा विपण । मम नामिना, मसात ग पंमां- -पाधिस्त सर्व का किनी पदर, गोबर मनस्किार | [गत - अनुप | मर्म पर कम्गे, मारन, मोमन पद पूर्णिमा, तारिक प्रकारका मालिक पाने माग मुरुष Hridunify प.1119 - पाक + नान AIADE एम। नेकपा माल निका। मन्स | Ta+पक मी गति बप्तमा गम-म. नि नगारम ]- [भोर | 1 गहरा सालाप माका पिन-पर ] 1 अरमान, मनिराम प्रगत 1ोर पहुंभाल कति पाईगाग, न बाटन नीपुप्या मनमा --370 1 प्रकासन सुनना. मन त । मामिन-3 गहरी बावापान वाली मी-मा: पलम 11 को, माति) Jum, मदा इमा, (अपत की गति ट्रम 2.याम की माता मत्वाती बमेनका + गाय, मेपाषा मगेन प्रजीतामहायाम. जगत + गन. २१५ मनन. तुरीच. सुबोध । 1 पपत्र [पन्ध -4 पर जाप गाल को का म. - मामा घरममा - (मगत बको माग तय सत्र मारे जाने मोरिन | भोग+, E] गहरी बाबार या पत्ती. है. कहते है कि हमखात्री स्वर का मधुरबमा से।गेम गोर बाणी गरमाच भागम चोलिकामाम किया। गम पहात मा- kasोग मागेमन न(मा पर• गति, गह-प्रेरगमन. सपना मयू बाब नवा पूलन के पूर्व को नामा किशमिति, बिार--) गा, बात- '-: 1 rail . .