पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/३५७

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भूध बाप का पुर पनुम की बोरी 5 रन पए। हलाबारको मामा बाधित बनाने की मामी, पोला र या 1ोने मंत्रा या बना बाधा-तनाममा प्राप है. इस काम के समपर पूरी पन्म की डोरों गो गए--Fi मका यामाहा: बता नं को मापी, पीला रंग। माकर पीना बा. पाता, मामा, कम हमा गमुक्तम्-(पी.) [नो पूनि पुपो।।। एक माम -गलामोमि. १०.--त्राणिनंग फको मौसमी रा को कर पर टमर तो लमला-चोर पुरी काय न कर गय. दुस्तर वचनान, परम्प, गह दु. T-वति। 1. जिमम की भानि) मावाषिक, गडकियानिमप्तिरङ्गहस्ताम्प- समामा मामा महामना । मोनि-मा० १५.०८३. प्राचगावप्रकामा गान पिस रहग , Ira -अगर- १२. मगासन नतम पेपर पत्र. अप्रमेय, असम, प्रेम . पुणे अस। १.२.मम्पः) भानपूकबोरसे, मक- संय, रापपूर्ण-पोचाय परमहंगा मोगितामप्य पिस्ता के माप, भगणकमचतारे तपूर्वक । गम्य -- पचः ॥२८५, मा. २०५८, गहना नंगी सपर वि.) बगली बाबर, मा. गानि.-.Vitoगा-१८.र. अग्नि कब नमारं। Man अष्टकर-नट समार--माः १५ गासपातमा) (ो तो! । पति । 51 कपाशा, तोर किया हमा--मा ३ 1 व नामें सवा चनं मालागि - पारमहगा अपल, IEE वा मुग्म । Marप एपबाका. पोर पा -परममा नपाइनधि गायन पर गम को प्रना का सम्मा गोहित-i... मामिल पार५१ हिपन का मा मग मी मा सिो इस का नेतृत्व हान + मुका 5 पी। इध। चौफगा, ल. गजा (विi (स-सरि भएर : गदग पनि गमिकान ममूह --मन्त्र रिया का सार । पुस्तर--रम रखाममा हामी पा | मात्राम [ गगेष+मन] मंगगुना कर गाला। मामालि। पा.हायरी गरीसारमा गाची).. - गाविम्याप रानाबा- पूर्ववा- निबगा--मः २:२६. Yant 4 पूर्वप वी कित्येनजनका न मारता स्वाणि गोवाह नईमो 7 पाता । रेना गविपी परमनन को और मिने बिस्नान.- सयामाप, निज से 1 उमा यवत पी. वरपि नाटक पन की वकाने में उसने बारा लाह। मनि की महामती की) राषिच मते माता-मप- गा[गाना, लोक। १।२५ पत्र : मा-पाचा (प) मन गरम [.. यी) [मा बामे मा का मियोपप .. गया पाना में धन योगमा सामा | बालीमिन !!.) | सामीब-| | अर्जुन का विरोरण, माझिम हितमयू मार करमणकपुरमा नवीप पाय रामकुमारी । का-का--..-- | नाहान. (स्त्री से [गतात] का विदोपव ! कालिप की उमामि.--21 विदोष कामे बने कारण प्रया। प्रकार का बर्मा का जीती गाने मानसिक IN (ota-की) [गतानुस-] गमा बाना भाला है। सोमः । पाभः [ HTr-in-जमत. परकम, प्रो. अचानक अपना रानी कोट का फीर बनने म तथा की नालो, कामरूभूमिका यातु [+] ! बीत 2 सने यातापर मलामा स्त्रिा+संधश कातिमेव का नाम । + मोपत मारा। पानी (गङ्गाला पर यात् किमी1 गमः । वर गरमें होतं नाना--पाकागधा पावल+. गादपि ग, मम पीर, -अमित- माम,-पासोमा। मन र पाकाबापहर-श, बमति मा [मर संगलि. माम+11 भामर । जनगान मल-१७ गरी का रूपमा मामिला था। ववर-परित्रापानि न ते चापपारमह मित पालन-1 [+] को लगाश ८. मनु, ५/१. हामी प, मीमा माया हुवा, मान मिया (क. महरा गते पैर का अपरी । हम-पसी