पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/४५७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

I 21 ) -गुग नामोपन, बन्दम, (बायन, संभल और भय का मार-बारम् पल पा गोवर से लाई हानि लाएं, -1ोग RN) सीन बार ताल मचा--किन मामा- नगरका समायुक्ता, बालमित धोरमीक में ता विष्णु, पिन जोनों में मयान बाग प रामसरामय र श्रीन, भीर लोहे के --- (नि.) तीन प्रकार भाग - २ नगर (वाया की पापंटा पर नई तोगी र . - दोन वर्ष, त्रिविष्टपम्पंव पनि गर्म रहन पासवों समेत जिग बसा समता-पु. ७८, (पु०) वेकार र दियन)- HI४. भा२. मे १६ भर्तृ. -4 (मी) प्रवाप निबट चित्री सगम यहाँ शामागेका ममिनि रामत 'मसका गमा पमना और पुरानी मिमा सोमो "मार रानी (पु.) 0 विके। वेषों गिगात -मनाला का विम्यात ५ ग २ . artv. 'पार खूब गौ रात, हसिषण कर पिता (विस अभिमान गोन नगा जला गना-56 - गर्मास्मर और न्याय-परायन एरा मा. परन्तु मरें चनपुरबाट एम. नगर को पहले पिोरा में यह एक बार दोपरा किंकर अपने मांग की गमा रायमानो पर 2 परदेशका मामा पाहत पंम करता था। रमन सो अरीमा (पि.) गीत filimसनाव Hi Ter tीन बातमी कला में यम करना चाहा, नेटाने पोडियो FT-चत ना ही गिमे । जगमष्ट पत्र कराने की पहा ना, मानक: T-फला तीन पलोहार. पगनु वा नहोंगे कमावैगामी चौपानी पर जो 11 की जान, -पति, बी. गो मा १० पुम पाया की, पन्त -पति, ami की नाभि का पदने गने सभा को सतायो नाका हकदा

  • सौ कारिख मपके नामो विमा | Figो र ननगम

--सापाननानाम ..... मर और सोने से पाया जाने 4!... पत लामहदाम मंयन, पाप किया। जन्म तिमो मात नाग-नम मिग-मनाम नांग लग नो 'पाचागि ने विकका परिवार र शिक्षकेतन्य --माम बण्डांचम्मत विकका जाभारम्स TT पा- उसका यश २५. गरम गर्षिण गराए, • माग मगन कटाना म्बीकार कर लिया। जने या में ग' 11- महार देमाका गावाहन किपा नन बना पा में न का एलान निदेष का मायला विस्वागत में ही अपना पति पिन 11 मानसश-नि कां प्रमो पारी से परे व में भया । त्रिम ननर)-पाला पापि (नीन महा वाली जाहो मरवा चला गरा और आकार्षमा गाया जाना न ममे देवा रकगमा । पोल तथा दूसरे देकनाडा में उम बानपामा निजामा मिर. बाल मलहमा । हो नो नंयम्यो विश्वा- - 03.12.50 100 famta मित्र ने रांचे पाले हुए त्रिशा को बीच दो jि - गारगो | T.भ, पौर नं। वही ' काका रोष रिपा। फत भाग्पहीला में बार--रात्रामा । राजा मिर के यनसीपथगोसायं 4 नलमजो दिली पण... - i) मा म क पा। सोलिए वह को (m- ना 7 Arit नया ग) एकदा ! अग्किार छिपा र प्रमिबलो गई) : यागक +गो! M4Main. लि. पतो मी 4 रिहा गया, जहांलय का गीगा'. 'जाबमानसिपी, चन, माबिर प) विवामित्र का विकंपप, माग रम:2 RAणि —ाल (वि.) तीन सौ | फ मो गीत For Is | नाना पा र नव को महिश्यावृधना रोनाशि शिर निशाप्त] रोक पाम किरण ५०) एक ससस विषको गबनै FREE: मार्ग भाग--रभूत क परिन् । I रागन के गान गाय-ब न. तिन नषग - अपि !! गिन विषय MITीन शियां हानि । FFENT पर बनविष पियों पः हिमा कारक (भो गरोठ, न त माल मलि गोनिदिना-पम गाने डोन वी पात, मतदार सायम्, काव्यम् (] तीनों 4