पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/५१९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

1 ( ५.१) 3. समांना मन्तमिवापिसो गपा गीत, समय, मास, युग, गमका देवगादीनान पानी का मालिक चिन्सम पिनेमण, 10 मिन मोर 11 सिम की स्यापि बनियानम । मा-- ( बात मान 12 याद के पूर्व और मनु पास का नाम [प्न द्वारा पाय-पर-..निक पागिरी उत्तर दिया में शिव एमआय. परन्तु पुरानी में चछोगा मानन भान, चिनभागम-स स्तान में के रूप में प्रवका यमेन अमान। ( विमान में तीन विचारों में कामा हमा । मान्य कर्म का घूप तारं ने उन पर को प्रामा मा जान | कप गन और परित करने का मन इस प्रकार सानपार * मुधि चितन के अनुगरिला प्रत्र । गौर सुनीटि नाप को दो पग्निग मी. गुरुनि के पुत्र म्मान वि० [व्यं+] अस्मक अंदा, माता, का नाम उराब मा तथा का बन्ध मुनौति में मसिन - मई-मम प्रकार : भार । हमा । एक लिने को लम मोगाशित की गेर में नाबाहा, पान उसे म्बाचन १०) | | मान्न । पार, प्रकाश निपुण पगम (व्यापाTARE)। राजा घोर गुरभि शेन ने मार दिया । 1 भूष (माः पर. misfr. घन मान्ने. मुवात। ( अपनी माता नीति के पास गया, कर्मवा० ) चना मन ना. It रुपने लाया दो बार एमापासपनि करना कि काला विचार रिपर मामा. नावना और समग महा परिषम है कि नही दिन। काना, वाद परमा-पावती पिल्याण पुस मंगो दो की मुन कर मूव में अपने पिता के पर जापते.. भाग.रा. पदमोश्वरप- तडका वाल को नई को। यद्यपि पानी 1. पाप न लावत बन्याड़ी था, को भी उगने और तपस्या को मिस कल चान्य यिवा- पाय मनु ना, स्वार वा ने उसका पूल तारे का पद प्रदान 1 सोबना. कान लगाना ? पार मिया, 1 माकाब, बम्तरिक मा-बा नाकातकामना करना, मात्रा देना, (फको का पना काका जग साभ्यो लो, जना सा, रघु पा.. मप - बुग म.) म चिसे, कीनन सांचटा, गन में बाप देना, भि,1कापना --पु.८०४१, ०१।१८। तमार- विष्ण करना इमाकाना, कासन करना पाजाबा की उपानि, भाा- तिरपा (पो पुर का पर 1 मोबना अबहेमना करना, नि मोबा, रचान नर मे बार बमकने मार-तार भनन करना, -- मोचना, मनन करना, करना 12 गान गान मामा | भूकरका धाराम्भक पर (को बटको तगार --मनुहावर नियात- मासमेत नाम की नाति दोहरापा मार,कमा, ननिः40HRIV.ho६| माँ भूसा। [ मन मनमा । year: बिसा. दरता. स्थापना 7 मdि निश्चय | भव (वि.) ISIS स्थिर. त्या पाते, जस्त) 1 नीये बिना, निर म्यामा पाणे 2. अविनोल पनि एमेचा- का दुपये जा रहे माना- १५/ यनुषाम्तो गुन्ग १०१५. (स) पाश्मा, मदेव रानं माझा, The fate मन्। ११.१४.५५ गाना, बना, नाम होगा - मा. AN ] नर हाना, र होगा 4 त होना I12 वर जीनिय) लिपित -मा-10-Tणा,- नप्त हमा, मगुरु, मनिपात्र वाताव दिनों पपग मन्प पिट बाना. जि. नगरकर एकर शेना 2 तिर. म्तमान में पागि गरियम विसर हो जाना. पियामा म होना, मिट भवन निगमको, पारल. श्री गधा पनि मिला, पान' कहा। हनको आति) मिचिन-1. भर क.ग. ए. प्राप्त नलिम स्परपा] 1 नो पिर १५. १८८५१ किलो के जन्न', चन्ग गिो कर रही गाना 2 हानि, ट्रांनो मात्र यांचा भरपरकी नपा, बनांनीही तो किरण भूमिकन । हुरी, भूषाप देशाता रेखा • e माण, असि. : "महा का जनग। मुटा । (करं सनम का) मना का मार | प्यन | चन | 2. मना, पन्नाका, काली, भिम गाद, रेक (लपमेन गान को भान हव्या रच. पा. २ प स पूज्य या ध्रुव जाग