पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/७२३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

बारा जयंसने शराम, रचे जावी। काग में मका गर्म गर्नुन पर नाकार सा जान पोप-पत्र-शमिमाया वाप मिसा उपसा पावने या बोरसे पोषनाग विमान में गा। अपगत समय ना मित्रापका पास काम, नामे मा मा गरित निमें बाल पोप जली विसामान को नमन कपको पुस्तिका I FREE. Crelesबाप, नारनं31813 दिपा । वा ने श्री बगाहा की नमाजमा पुष हो. निष्का, निगव्यक्ति का मनियारले मान लिया और अपनी पारी पनिया)। - 11०५, मणम्पपलाएष मापदफा - वार पर मारियाना, पनामा करना। 12 माँगा र साउ जाना माम+मन जित्य मुना अमुमक्सो, मांग। हो नपादा। मपाल के महान. मम्मराको सम्भाव+2मानी । गिरा : HEN Fri पिहान गर [+अहम परयरजेच ] एकर का काम । मुक्त। [24taile) चाना, पहनाफिरला। कन्या जाणा-या पाम सो नदि दव्या पिलानी गर्ग +अन प्रकार का बनाय, समय। गमलोदमाप-मुमा० गोलपी 3 एक मगाठी+मेन ! [ AMIT रावमाप काय... हलम,-पुत्र माले -सुनाइदिन main स्त्री पुष का मांगा स्त्रिी०) नामा भनी । गुनी अट मार अममाष्यमा, जिसका न निम्न है और+मरत्र, मुरमकामद आर्ष का नमनगई एम पाण्यामुग्रो पनि मालपोबर भाये, मसम्प, बदर गर -2 'ग'। बराबवल, गार' मगर एक पुष, माधए-- उपसर्वम 44 जमो वन| nk | पर मान-मम । बभ । पालम ५. 1 पहा iranाही) 1ोणालाना मर, माका, भाप नि हए.- NAINA- 4 प्रति पहुंचाना पार iना, न करना Art No I. वन्य माव- 5 फंगला. पर शासना, नष्ट करणा पत्तनम् - निसी रोग के कारण S२। vier पाना- पाप गेमरा । बाकी -महं.-1गेर की गह-सोलाहा- ग्गव परेग वाला एक माम-गि : संगम - समानां) महिलाम A1 विषय विमा निमनः । धान करतम ए-4 पासमार समाना र नीक- हे पती की गेका पार । विशेषकर र नित्रामा य म का Tr. की मेप...१५. शि. १t , | पनि माग मापने पाक रेम प्रगानुन बगप --उप-10 जनमः। वह चोरमारा: नफा-कर-बार 1 पोरकीन arget में गल गया। ममा 47 वाइन मेर कार्ड: मुरुमा मेरो राज । बामदार समी । गा। पन मांग में पास तामागपा गाउमनं पा हम ना पर ] गतः । मा परे पर लाइव' का नाम पहा या । वह +नाच मापा मार। भाग उस TT असं गा मा पर नो, महिना --नन् | शर -आधाममा मनस्लिानि तबह के पास गया, वो मम्मान. म.१.११.१.न. नाब मा राप मोर कप भाजदत पने गांगा गा के पर लाहन कांप- प्रगत लिया । जुन ने समरे सपने पका वशंपा। से सिर पर प्रहार कप और गो कापस बहिन पुनरं+नि | गोर -पु. लिए उमे टाटा फटका भौर का निपाट पर विका राजा। मासूम भ्या पात्रमी हावर वा वर्णन का मन्चा पुन -gomकप्रकारका गबदाय, मार्गका होला ता से अपने में लाना चाहिए श.. रोग, म. बाहन या विणा। पार न माना Antit ए पो !, पपु] |पहे.+निमि ] स नाम: जगदी सेमककी बात को जापा, का-१० बितरा पा हमारा