पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/७८८

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(२) गा मन को पार करना. मालमोचना, म्याम । -प्रत्ताना पिन को NAREE, गरमिक शान्ति, सना, र सफाप करना, निर्धारण करना, -प्रीति (यां मानसिक मनाप, गो. मंगना) । मानिनाचा मो, पति बय मनोमना ---चालय बनधनमा: नए (140) पनी मम मनोपशासनम पासा बुरूपमा समान भार, महार (4) हमारी -माभि... १२ -निशर पन लगाग, प्रोजन का दल, मनकापार, पामृत प्रायदानामा If freसन के लिए रामद, रचना मनोमन वा 110. मग मरे। गुण काल पाना 2 र... शाम मन की (नि। परम मित...याणिम् ।। माथ्य-रवि अपहारी, मात्र ! गग ! गर, ffer-टोन मेक, सुजानना, काल (R) (भगवान पामा मिहता, मान, पॉगि आमनेव राय परन्त रन का भय लाग्ना मानपार, कार दुर्ग 4. को मापापा.. 11 परपस मान (सून पाप का पूरी का जप को गाहा मानवाल मamy द पन की उचाउ, नासा अशापा, - मानास्पतmai-मीनागभग- मन विमान, गणिया मा. वाहन करते Ft. Fo. ५१ अन्धला. दुन, दंप न यमागमा पढ़े : 2ीट पर-नोग्यायine." -17 मन पर भारी व वन 4) मका रोना में पान काम ] कामन, नगर भा 1 गांव को नाकमा "स्पा किन स्तुम- ५५१ रबार +भाभको काग काम नपा. :-- कमाल सम्मान-गहिः लोप को पुरणा, श्री मानन्ध विचा! फागन ग बाई ग. नाममा, पाह-पृष्णा पनि गहन मन का रम पिपलट fary, हाना, पाहिन विम पाना पा प्राधा-सामना कप) TO आR ने दादा--बम: नोना या' 1 पनीर Pim. (पू.| पटन ANIL का भात -गजान नपना ग ग FET- मका, प्राणगाम जिना निन i नाना ने पना। 3. गाकर तरफ जा--भार Auran*41-:मकी पिता के मनान. RNTra, • from nunाश-महिला कर्भात मैं उाष. मन नगराश हा.-fait.! 1941 |तकार ना..! पन र मन मे भूमने नासा अरदान ना ! -ति ।। च को किस भापने मत, लागलापना न्नि : ननर निति. - re: पुरनraj -चम-मान-नाम बनला का-यापनाri | म गची-1 स ...10..: मा मनगर मार्ग गाष का मान, I-) 1 पंचना पर है. H.K Staff : नाभि JNjा-साप घin14njig vोम मं: कि- ना वा ! पानापाप 1111धि अनाप मन का स्याण म्य - वा । मन नाना-नागना पिर. क. मग ना - : -- पथ पन वा भवान पल गाः । नगा : गुबर + पायधन, tortण का कम-अप T--!-15 यमन मि. ग. दा. "..MA.INक पकार की अमला. पन में किए - ल ग पन करेन

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ग, FriHT नासा नाज मिना, वाना, TRIगा मला त माना पावस-नोनकिला पर FIER IT. न करी बसडी मार पांग, पन करिबीक-हारलास.-वर मनभित। बिसवाना हो, बला नाति मन्सा। -मन पूक मारग 4 दाना मनम: पुर्व । पग प्रमीन En:! Marai MAT: जगत कीचनमा परकार मुनि मयां 'ग'.