पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/८१४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

( 4€ की सीमा -अब हरिमामाली एक नाम: बाकी बालियानपाव ना मावि मामा-1, रा. वपिकापरिमका हि रा हरहिएगा मालतीभाषा - बाबासा, पति मान परपीटा। काँचोमा, मवाने बाकावा। 1 नियमिता, धनी व ताका मोगमनमाया -मा. ना. अजजमाना - मुह, पाकिसाने का प्रबंध्या। अरमह, मनुष्य मी. महार-जैता गिरन- मानव अपन, पूर्व: | माता मनग्मामा, नीर-चा कि काम अद्य मरवायोपि मा अवमा सरी पंत, हर काँचमा fulvan' और रिपु-९. 81, 9 मा. स्वपगेर पियाठाम मिचमी का सिबमिला मारव: ५१८ बरसी, गा, बोमना: नादन में अन मोरप की मिशिबाना पचारता - 18/२ जस्लमों का उपहार । गमन नमा हम्मा एक मावि०) (ली को) अणे ते सापा हुमा, in एक उपपेन की अनेक मानों से तुलना -राम-faci. को पालो दावमनैव सम्पपीमित्र पर- पारी बलदक सने गाना. 3 | ता, मम्बई साप स्मिातेन पपिनांव हिमाम्ममा पोल्बाधिक पूर्ण गरिचित। मंत्रो)-पारिक म चा1 हार मनाने मांगा, को दानापानरेग बालम पामि १९.. ! -विना. ग. तो बाणका बाप 1,111 चापि दिये पालि., पत्र. २२ पारमारिण। पानिपो के एक वालि पल एक प्रका का मुत्रमित बावित्री ममता, मतारका मारना: पास. बीमका दीपक जलकार एकर. मम्मा निमकररा। एसको भात कामलादोगमवायच- मात पश्चिम या पाय-म एक। महसनाला कर देनं उमो लाम जिले का नाम ? एक पान का नाम, पनाती पर। Jण नाम, म 1 मची ममि मालिक । फूलो क माग, महोगन नाट. उसी वर्ग पा जान को एणि समाजभूत गारेका म) क्षेत्रमा बाठा पेन वापनमा- 'पालका मा पा रेषा, मिनमिया पी. लम् - rinांन.. जालसानी । मनः केमहानशी एक प्रकार मक वो। 622 मह 41. कासी' यानक माग-1नीप का गौच के पाए पान गंप। नरिमा के सोजमा पाप माना। !माण (Maj1 माग मानले मात्र में मातली (स्वी।। (रुगांचन संग तो पुका) मन में) माजा मानानिन । र्गमित गफ प्रकार की परेती - ममता मानकों गजरा मटा । ममुहमनिनी , मा- नागदिता मानतो गमा आप्तसगा-मेघ- 1 मानिन्, पपिकमिन मिहिन मागि, न. १८ पानी का पूर मिमि सूल िनश फणमासी हर बनाने वा. नी I फुरुमातिन् होभि मंठा--N)ी, मापान फर हार बनाने मासे पानो 2 चम्पा परी का नाम तषी रान वाहनों। ममः-पाका JUIT की क्या बा दुवा प्रवास पर गई मुहामा, या करपा पा लिगः, -काम पर का प्रतिलिपिल को दुर्गा का नाम लगा फल, माना लो ना बर्मनी में पूर्ण की माता।। 6+सर का नाम नर मारमा (सौ. मातम मत जान , माविम्यम् । मण, गणेमनता 2 मनिनामा, बामा की। पानिपूर्वतः किमिमा पाएन। मालम 10 देग का नाम, मम्पमारत में कर्मपान मा (वा.) 1 पस प्रकार की। यातमा रण का गम, या स्वाधीमी गति, सपा-बान-रकारका मोर। -आ. in Hoi मर रोष अधिनमाल 100 कंप का पक्ष । नमक-पीस: --हिमालवा का उना। बालग सका। मानव गासियों का मानना का पारप गाल या शरम वा 12 mः। गामा मन बान . 1 न्यासी