पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/८२७

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{ ( ) किया हमा, तीक स्मिा मा 5. सीम, मान : काभ,-लस्बो चारकों का मांत्र- ६. हुवा हुमा । मात्र, पूर, पिरोया। पूर्व (नि.) [+witषा, सगाईन पा, पूर्व (नि.नया बर] 1 हिरway पुन सरखारी, परिमायु पूर्ण चिमस्तपस कम 2 ममम्म मर्मात् पूर्णारित होने से मो मारपूm अपनाय पूर्वस्ते दरवारमार, याबामा पूर्ण म समनतर-पू. मुंभ, प्रमुख मोत्तम । पाकु: पा४२, र. रा. + मौलिक | पृष्कन रे भूमंग। पाकिस. मला मूMमटाफ, मी मा. पूरी पूलि (मो.) [-किनन् | 1 निविचत माकार और सानु + टाप् पवम्] एक प्रकार की तासिक मोना की प्रस्तु, भौतिक हम प्य मत्प सों से मनुप की बोरी पाकियो की (मूक) रूप मगाम मात्र, गारी, माति. मा. रा. समागी मार की पाती है। रमः , ५ । मतिमन्ना, मरोमात्र. (मा. तमः समति-से. नाबममा, पृहांना, कीरिकम्पाटीकरण करम्य मुनि मारत वर हीना ॥ (रा. प. मूसम्पत्ति से खित) परश५प्रतिमा, मतिमूति, पुरुया. पामा जवानर, स्मामा, पाना, जा-उमरममा तसाद तमपना, कराफा । ममा पटना, मनोयन करना- NE, पिन आर (म-j षरीरकारो, मतिबा तार कला, विमल करना, लिकर से उमामाल ६... मतिमा का प्रयादी को किसी ने पतिका उम्मूलित करना। पूजाकर लाया गया है। मूल्य र +] : लर (आहमें भी) - तासूत्मनि पतिबा (1.) (मूति- भवन । भौतिक, पार्मिक i पारोबारी, बेहवाग, प्रकार कालका मूतिम्ती। होपर्मान्त भाम् -२.०. ग, यात्रियों मोनमः ॥ काना, ना सामना, अलिशा- ५५, र मृतिमानि महोम - मयूलस मूल 'दिपर्वत बिर-वि. कर-स्तर १८. पुरी, ठोस । बाण मापन का सबसे नीले म किनारा शोर-कस्यापारमा तानीमा मर्मन (समयुत्पमित्राको इति पूर्म--मुहनि, मनावित समोरा-समा उपनाचनीको बोतादेवो रमागलप मजक, प्राचीरत-पास 3 बारे का गया मौ । मिर, -ननेन पुर्ना गनिमीप --क्षिक फिगरा, वार, किारी भी मनु का किनारा किसके 4 पारद द. 15-15.पदम मा माहारे पड़ किमी मरो मान में सीना-बान- प्रमुख तमा, चोची, सिमरन र मनिष्ठमनः । मम् . गि-कार पारसूम कपूर, अंदाषा निवपत्तियमा मना “मा रामाळ माम बाईभ, पूरुवामान गौशाम पर बात हुम्यातिनि प.५ विमार, नीर, मानव नमः१५+ (बा.) तर, मुनिश, मुस्प, तपरि उत्पति - बगाईस्यकामालाव प्रमुख सामने का इशारा कि मम -- सतिबा inte मनुगमूर्णिमहापता भगवर प्रविषयबहारक.चु. मुम्पम रानाकोप का प्रसाद माफ धागा ११ मम: -विर का मूल अधिनिन ) ! मागवर त्रिी वस्तु का तक था और ममता भाभमनिष किरीपारी, सामिपि पच पर that. गिरिमा माथि 1. प, मुल सई (साय पिा.- 4()1 मिममिल पानामा विनिमय) सोल पाल AN, 9. पूजा- पिसारामा सपि नातिका Twी: भूतनी सापानी 11 पूल भिसिन (11-नापि, प्रनिमः । रक्षा माना मिची मल-मूलका मा. महान तिा और लांचा माता में - 496 127 13 सपन एक बमकर राशि मनिन या स्वच बानी होमनु ... की (मो.) आरी, पिर {वस्थामिपिना 114 पर बारकालोम क) बाम- गरमा-विकलाप कवी सनारस मों में के नाम ) मिपूर्वगामी 'लोकारिक मली - पीला पूर्ण ने पर मोष पाने वाल-बोडिन्छ रियों की बाडि--कांबनिन् नाषि (नमक) ३. गरम वा मुद्रा मा पिरीम 2किय मा एक रहस्य मक स."-