पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/९२६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

हिमित मतुलंगारयो मलता-मम [भ+मी का या लासी। ८४५, पानीप्टेम्पमाटर मा पनानिए, मन लाए। पर मा. प्रापि, नमक या प्रमन गुण रघुगं. प्र. पानि am पम- 5 सारान (निलो बहर मन सामी. भाना. रोशानी काना रुपदा ( बातिलाइन पन्नः । बह भानहन . , महत) वास्तुका मामपानि राति (नाटक का) गाना, नवम्बग्निा, माल बरना, नि, पन्यासी, की मल का निमबरन, कारि- प. बलन गवार के भाषण प्रया सामयितवश मनानभान नाटके नाति चिहन वा हाय-1-11 न नोपात्यातम्यायाधिगचा मस्त पुरग चाबहारग्नि - मनु112x0. जा. मात्र गहमागास किया जानपम्पियन- चलान'. पहा कारे वामा, संमना-- प्रतानि मा Preी माप वन्मुवा हा... ' अंगपिता बहाल पानाम्न गनप प - नमः 1 मिमी बरनु का गला गेजना, गोला' 14 ५. नियाम पनि गे गगनचनिष्ठा । -मागविक्ला की मम पनि । vis t1:.." मार माना, बाना हानि, अंधापनम् बामा मारक भरवा लि. चार के पारा (मको रिम उपस्टार की रचना -बहान भियम् पट्टा पाग्य परमा, महाग ईन वाग ना चापि समार्चमा -41. Vin, सपना, पो धमनार मा नागपुर हरि मta,माने वागीमीय वरन का एक भेद, दी निकट सम रीषिक रमाको नाम्पकण -बना-५, 'मी पर नीलोत्पर मच नगर्नपर्श पिना हगमा काग कर रहे बननं भवन अम्रपंच पा. काम पर एक ऐसी मश्रो गफममा ५. प. उपबाकी बाब माप है प, मेवा 13 लाकर माना, पहग समre fra) धायान पके साम भग्ना म पग पनि पाठार- 'हर्गन': र बन, वपरका सामग्री पर पा र पार.. विपद - पेघा पान काना--पदपा पाजाम किसी पिएचकेवल सपनामा काला परमाबग-41. मना (विहे गाद में यामिण किया जा सके।। अभिभारा पाचन बारा शनि । सम (मध्य०। (बनु-तम बगा. मास्ता में.अंचव, गाई मदिंगत, नगर पिन पावत्या पर राय मानृा पराम- मन्नत हसमा म्वाभाविक पल यह मच दाता पहरिनितान्देह कग्रा प्रतिमान दिलाया-पोबार गमनाम मा २५ MYT बलबार बाल मा भा. बाप-सम्पार, निराणामान a Fiरबमान चारण में नन्छ। जि-ANI पागले मन-मापक या निपाम्पिकवान मापन [पए +1 परिमार, पबना करे, पानामा मागधेन पहायरम र २ t0 अगनना 7. मेषण, पंचा। मय) मार,-.-हम. जग म- क. किनारी बार डाला. मलमन ग्ना, 4. ९.. इम: पगा की मसा-नाणे. बांध सापन, गांक marfe in (wed 4 नम निशाकिन जो में कर्मचारण : mr. पानी का ही की हाल यो मामि के मिनट कर पाया जाना चसने वा बहन बीत में पाई जानीनोकि मामी परिभावम् पर गना. पारन करना मक उबार पुग्यान - HE --विहिपा, पुतलिका, विकर Riu (नदी माहिका) मा-पायदाम 1 में भान हुवा-पत्रः पिबेतम-पर. - पहा. परंयकाल मानिनस सुमा। 'जण का) पना -in-बॉमन (पून नी, मोनिः रूपरेक मा बहुनि बाम गया नान उपाशन (गाम प्रापि। -रबार सभा सबसमा पानपानमा मौत ५, प्रेरमापति २)1म कपमा, निम्बाग. मगमन परमम् [गम् +२] 1. माना, जो हम मर्म में पु. भागा बानी होमग टेलमा, निदेलाम' मो) निसलागि, बारामम्यान 17. पारामा सागमन हरला माग रात 4. व. कपडे 5 मा. भावाम मग पाहपंचमदोषम्