पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/९९५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

[ ९५९ ) वएगो कापाव, दि. 4 गुणों की ' में लियाह कसे पाना-पेशन मेकर काम रिवार विस्मिता, पिरोसा परिवान, ला फरकाला, पमिक । म गोपी (नंगी । अगरता ताकि..... माचन वा मते संभाwिe+40", | पीपान, निगुपना, --बिहामा-भांप, यो पूषोहाय ) प्रयोगा। 1 मम 4 नयी का गम जिनकी मदो विमा विकाश क मानसिक पिना, साताया सरा M.it htha(भी) [M] 18 चवम् || नि:, निकारा मस्व स्वने वाला ? नरकुनमा मन अपन में ? वहांवर पाल पिकामा कि गाली गरे सायन पाने की बाप्ता भिवायचिस' में, कारतर्ष । कि लागि 'घुमरपम

जनम्य .marafai कम। सवामन] पाम, वैवामा जिला अल] ! इस पहल का पवित्र, नाम्या पक्षपः पायल-10 ran बर, पनाकावर । -71 पद काय 2. पहा महा। संपतिमा जपत्तो । महा सावरका । तानि 1200 लि..] पालिका बना+दाप ग] 1. मान । लार मान.२) दोन खाप का मालिक [वियतापम नहनि-ठा ]. धार, केपिनिक मारवामनबगे या भारच कापर, पामीर, सांगवान ग्रहयो एक प्रारमोनियाको पान।। वेनान का कादी पा [ft+fr+r:: विकास-कीरी यो मन त में मरामायग्मन्दी पुनम माग. हा img snारदा टिमन् मनम, सिम् पुल। एमपरकानका नाम। मा | ति+w = गरिगा+IJAप्रकार की म् विदयभम चल पाता, योरमा, भिमानावरी नगर रिना-महाँ परस्पन--4 चरण- मनियहिकार : यापली. न्यापाईग्मा । बदनचार-पाच शि. In शाम्बान कजिक कौशल, सोयग्मना, नि, पंजानिक (116)ी.2 [मिलर', घालवि मान, रा. और विद] पदम है का रंगश-नों r.बात। 1 मग्नोस्पिभोली बिरंगे, पत्र | अध, IItri Im मा: 10 में से पर परिवाशा गापिका। भHिalne पं!ि मी. पी. [ग ! भत् | | गन से में?षय || भीमनाक गगन पाबमानना कुत्रा, शगगन पोनी चिलना यापी काका पाला, पमोह. मोबसांगा, बम्प[111 पम् ल 1406 या बाब। ref) (M-ती दिलम विकार पिदत कि कंगन : | मुरली यशानं काला. गौमूरी धम् । बग निशे में बनाया हुआ.-- भजन बना पर कारकीरो को मोm का ममाक. भनिन् प०) [ मेरा लि की स्पादि । - 1 दिसा माल निवापार पानगी रिला आक्च । शकसामान र', g] the site. [ संपर्धा मान गाने शना, का अनुरोध वेष नितिन सामानम या वेदों बन मांश विना। के मम्मर, परम पेमदिन, पारमा या भावा मिसावायो, भिाव - -Fastiगे में लिप्णालयाका मन यामः, वायो। पराकमेल का प्रधान गानं कमा मानी. पं.नक (पि. (स्त्री+की) (mi मन । मित माग गं: भाए।