पृष्ठ:सत्यार्थ प्रकाश.pdf/५१८

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५१६ जस्थाना: । द - दशवां हिस्सा पाप की भेंट के लिये-लवे के उस पर तेछ न डाले ॥ और वह क्षमा किया जायगा ॥ तौ० लै० प० ५ । आ० ७ से ८ । १० । ११ 1 १२ । १३ ॥ - समीक्षक-व सुनिये !ईसाइयों में पाप करने से कोई धनाड्य भी न डरता होगा और न दरिद्र क्योंकि इनके ईश्वर ने पापों का प्र!यश्चित्त करना सहज कर रक्खा है, एक यह बात ईसाइयों की बाइबल में बड़ी अद्भुत है कि बिना कट किये पाप से पाइप छूट जाय क्योंकि एक तो पाप किया और दूसरे जीवों की हिंठा की और खूब आनन्द से मांस खाया और पाप भी छूट गया, भला कपोत के बच्चे का गला मरोड़ने से वइ बहुत देर तक तड़फता होगा तब भी ईसाइयों को दया नहीं आती 1 दया क्योंकर आवे इनके " ईश्वर का उपदेश ही हिंसा करने का है और जब सब पापों का ऐसा प्रायश्चित्त है तो ईवा के विश्वास से पाप छूट जाता है यहू बड़ा आडम्बर क्यों करते हैं ।| ५२ ॥ ५३-पता उसी बलिदान की खाज उसी याजक की होगी जिसने उसे चढ़ाया और समस्त भोजन की भेंट जो तन्द्र में पकाई जायें और सब जो कड़ाही में अथवा तवे पर खो सी याजक की होगी ताँ० ले ० प० ७ } आ ० ८। ९ ॥ समीक्षक म जानते थे कि यहां देवी के भोपे और मन्दिरों के पुजारियों की पोप- लीछा विचित्र है परन्तु ईसाइयों के ईश्वर और उनके पुजारियों की पोपलीला उससे हल गुणी बढकर है क्योंकि चास के दाम और भोजन के पदार्थ खाने को आदें फिर ईसाइया न बूत्र मौज उड़ाई होगी है और अब भी उड़ाते होंगे ?भला कोई मनुष्य एक लडके को मर वादे और दूसरे लड़के को उसका मांस खिलावे ऐसा कभी सकता है !

  • इस ईवर को धन्य है ! कि जिमने वटाभेडी और बकरी का बच्चा, पोत और पिसान ( प्रोट ) तक न

का नियन । बात तो यह है फपोत के बच्चे गरटन ’ देता अर्थात् तोड़ने किया अमृत कि "मरोहवा केया गर्दन का ५ निम न फेरना पडे इन सब बातों के देखने से त्रिटित होता है कि जातियों में कोई चतुर पुरुष या वह पहाड पर मैगा पर अपने तो भर प्रद्धि किया, जो जनता आज्ञानो के उददीने उसको ईवर स्वीकार कर दिया । प्रपनी आग द ५ष पर थे उाने के Hिये पशु पक्षी प्री: अन्ना मंगा लिया क ता या भैर मौज करता था। उसके दूत सेन डि ना र ने केट भजन नेग चिए ि hक्ष नो नाइन में , नेडी, वकरी का वच, कiत और दिन का प्रक्षेत्र के प्रर , , प्रजन्मा अर के 3ध्यापक नवंत, , न्यायकारी निराकारसवेयक्किमार और इत्यादि उतन ?। ft