पृष्ठ:सत्यार्थ प्रकाश.pdf/५९७

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चतुदेशमुलायः ॥ ५९५ ड हैं माझा देता है और पशुओं को मरवा के खिलाता है तो यह खुदा मन्दिर वाले और मैरव, दुर्गा के सदृश हुआ और महाबुतपरस्ती का चलानेवाला हुआ क्योंकि मूर्तियों से मस्जिद बड़ा बुत्त् है इससे खुदा और मुसलमान बड़े बुतपरस्त और पुराणी तथा जैनी छोटे बुरपरस्त हैं ॥ ११२ ॥ ११३ फिर निश्चय तुम दिन कयामत के उठाये जाओगे ॥ में ० ४। सि० १८। सू’ २२ । अ० १६ ॥ समीक्षक-क़यामत तक मुद्दे कब्र में रहेंगे वा किसी अन्य जगइ है जो उन्हीं में रहेंगे तो खड़े हुए दुर्गन्धरूप शरीर में २कर पुण्यात्मा भी दुःख भोग करेंगे ? यइ न्याय अन्याय है और दुर्गन्ध अधिक होकर रोगोत्पति करने से खुदा और मुसलमान पापभागी होंगे ॥ ११३ ॥ ११8-उस दिन की गवाही देने पर उनके जवान उनकी और हाथ ड और पांव उनके साथ उद्य वस्तु के कि थे करते ॥ अल्लाह नूर है माखमानों का और पृथिवी का तूरउके कि मानिन्द ताफ की है बीच उखके द्वीप हो और दीप बीच केंद्रीज शीशों के है वह कंदील मानो कि तारा है चमकता रोशन किया जाता है। दीप व सुवारिक जैन के ये न पूर्व की ओर है न पश्विम की पुषि है वेछ उच का रोशन होजावे जो न लगे ऊपर रोशनी के मार्ग दिखाता है अल्लाह नूर अपने के जिसको चाहता है ॥ सं० १ । पि० १८। सु० २४। आ ० २३ । ३४ ॥ समीक्षक-झाथ पग आदि जड़ होने से गवाही कभी नहीं दे सकते यह बात सुष्टिक्रम के विरुद्ध होने से मिथ्या है क्या खुदा आग बिजुली है१ जैसा कि दृष्टान्त देते हैं ऐसा दृष्टान्त ईश्वर में नहीं घट सकता हेा किसी खाकार वस्तु में घट - लखा है ॥ १ १४ ॥ ११५ •और अल्लाह ने उत्पन्न किया हर जानवर को पानी से बच कोई,उन में से वह है कि जो चलता है पेट भपने के ॥ और जो कोई साझा पालन करे अल्झार की रस्सूल उसके की ॥ क माझा पालन कर खुदा की रसूल उसके की ॥ और आज्ञा पालन करो रसूल की ताकि व्या किये जाओो ॥ सं० ४ । खि० १८ । सू० २४ । आ० १४ । ५१ से ५३ ।५५ । समीक्षक-यह कौनसी फ़ि सफ़ी है कि जिन जानवरों के शरीर में तब तक बीचहे हैं और कहा कि केवल पानी से उत्पन्न किया१ यह व ल आय विद्या की गाव