पृष्ठ:सम्पत्ति-शास्त्र.pdf/२७४

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घीमा । २५५ नक्शा १ ५५ साल, या उससे पहले मृत्यु होने पर तत्काल, बीमे का रुपया मिले। साल की उम्र में ५००० रुपये का बीमा । मासिक चन्दा १८) रुपये, धार्पिक २२२ रुपये। उससमय तक कितनारुपया देना पड़ा । बीमा कराने जितने साल बाद मनुष्य मरे कैफियत की रकम उस पर ४ रुपये फीसदी सालाना मुनाफा या घाटा वर्तमान साल की क्रिस्त 4 रुपया २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ ९४३ १२०३ ENABAR १४७३ १७५४ २०४६ २३५० २६६६ २९९४ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ रूपया | रुपया २२२/४७७८ मुनाफा १२८ साल के ४५३४५४७ भीतर, अर्थात् ॥ ६९३ | ४३०७ " ४६ वर्ष की आय. ९५३ | ४०५७ " स्था में मर जान से १२०३।३७९७ " लाभ होगा। इसके १४७३ १३५२७ | भागे दानिही दानिक १७०४ | ३२४६ २०४६/२२५४ २३५० २६५० २६६६ २३३४ २९९४/२००६ ३३३६ १६ ३६९१ | १३०२ ५०६२ / ९३२ १५५ ५५५ ४८४१५५ २६ ५६२३६९३ १२० २२३ ४०६३ २२२ २२२ २२२ 23 ४८४५ ५२६६ १७३ साल, अर्थात् १७ सातकोतम सपाटा लोना गुमतमा। नात- एक यदि इस तरह का बीमा करानेवाना मादमी ५५ साल जी जाय तो कम्पनी को उसस ४२४५ कगाय का लाभ हो। अर्थात या वयातमी २५ लाल तक जीता रहे और ५५सात काहो जायतांजल समय तक बढ़ बीमा कम्पनी को ६२४५ रुपये में चुगा श्रीरवल ५००० रुपये पायेगा। । इस तरह पर ४२४५ रुपये के घाट में रहगा। २२२ २५६ २६४ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ २२२ ७०९७ २०६७ २६०३ ७०९७ ७६०३ ७६०३ ८१२९ ८१२९ ८६७६ ३०४ ३२५ ३४७ ८६७६ ३६७६ ९२४५४२४५