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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

फॉर मैन' में शुद्ध शाकाहारको शराबखोरीका इलाज बताया है। नेटाल-जैसे अपेक्षाकृत गरम देशमें, जहाँ फलों और शाकोंकी बहुतायत है, रक्तरहित आहार हर प्रकारसे बहुत लाभदायक होना चाहिए। वैज्ञानिक, स्वच्छता-सम्बन्धी, आर्थिक, नैतिक और आध्यात्मिक दृष्टिसे वह मांसाहारकी अपेक्षा बेहद बेहतर तो है ही।

कदाचित् यह कहना आवश्यक न होगा कि एसॉटरिक क्रिश्चियन यूनियनकी पुस्तकोंकी बिक्री आर्थिक लाभ के लिए नहीं की जाती। कुछ लोगोंको तो पुस्तकें मुफ्त बाँट दी गई हैं। कुछ लोगोंको वे पढ़नेके लिए खुशीसे उधार दी जायेंगी। अगर आपके कोई पाठक एसॉटरिक क्रिश्चियन यूनियन अथवा लंदन वेजिटेरियन सोसाइटीके बारेमें अधिक जानकारी चाहते हों तो मैं खुशी से उनके साथ पत्रव्यवहार करूँगा। या, अगर कोई इन महत्त्वपूर्ण प्रश्नोंपर (जो कमसे-कम मेरे लिए तो बहुत महत्त्वपूर्ण हैं ही —) मुझसे इतमीनानके साथ चर्चा करना चाहे तो भी मुझे खुशी होगी।

एसॉटरिक क्रिश्चियन यूनियनकी शिक्षाओंके बारेमें पादरी जॉन पुल्सफर्ड, डी° डी° ने जो कुछ कहा है, उसके साथ मैं अपना यह वक्तव्य समाप्त करूँगा । उन्होंने कहा है:

आध्यात्मिक प्रतिभा रखनेवाले पाठकके लिए इस बातमें शंका करना असम्भव है कि ये शिक्षाएँ दिव्य आवरण के अन्दर से प्राप्त हुई हैं। इनमें दिव्य धाम और परमात्मा-सम्बन्धी ज्ञानका सार लबालब भरा हुआ है। अगर ईसाई लोग अपना धर्म जानते हों तो उन्हें इन अमूल्य लेखोंमें प्रभु ईसा और उनकी पद्धतिका परिपूर्ण चित्रण और परिपुष्टि दीख पड़ेगी। इस प्रकारके संदेश संभव हैं और संसारको दिये जा सकते हैं, यह हमारे युगका एक चिह्न और बहुत आशाप्रद चिह्न है।

आपका,

मो° क° गांधी
एजेंट
एसॉटरिक क्रिश्चियन यूनियन
तथा लन्दन वेजिटेरियन सोसाइटी

[अंग्रेजीसे]
नेटाल एडवर्टाइजर, १-२-१८९५