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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

है। बेनेट-मामलेके लिए साधारण तथा विशेष दान और न्यूकैसल तथा चार्ल्सटाउनसे प्राप्त चन्देका ब्योरा[१] इस प्रकार है :

यह ब्योरा पूरा-पूरा दिया गया है, क्योंकि छपे हुए ब्योरेमें ये नाम नहीं हैं। इस तरह कुल आय निम्नलिखित है :

चन्दा पौंड ५३५-१७-६
दान पौंड ८०-१७-०
 

पौंड ६१६-१४-६

उपर्युक्त हिसाब छपे हुए ब्योरेके आधारपर लगाया गया है।

बैंक में जमा रकम ५९८ पौंड १९ शिलिंग ११ पेंस है। ऊपर दी हुई रकम पूरी करनेके लिए इस रकम में नकद खर्च और खातेमें तबादलेकी रकमें जोड़नी होंगी।

नकद खर्च ७ पौंड ५ शिलिंग १ पेंसका हुआ है। तबादलेकी रकम १० पौंड १० शिलिंग है। इसमें श्री नायडूके ८ पौंड, श्री अब्दुल कादिरके २ पौंड और श्री मूसा एच° आदमके १० शि० शामिल हैं, जो उन्हें किरायेके रूपमें पाने थे। तीनोंने ये रकमें वसूल न करके चन्देमें कटा दी हैं। इस तरह :

पौंड ५९८-१९-११
७-०५-०१
१०-१०-००
 

पौंड ६१६-१५-००
 

छपी हुई सूचीसे जमा रकमकी तुलना करनेपर ६ पेंसका फर्क दीख पड़ता है। ये ६ पेंस प्राप्त तो हो गये हैं, परन्तु सूचीमें दिखाये नहीं गये। यह इसलिए हुआ कि एक सदस्यने एक बार २ शिलिंग ६ पेंस दिये और दूसरी बार ३ शि° दिये थे। ३ शिलिंगको सूचीमें ठीक तरहसे दिखाया नहीं जा सका।

आजतक चेक द्वारा १५१ पौंड ११ शिलिंग १३ पेंस खर्च हुए हैं। पूरा विवरण[२] इसके साथ संलग्न है। इसके बाद बैंक में पौंड ४४७-८-९३ शेष रहे हैं। देनदारी अभी चुकता नहीं हुई और प्रवास सम्बन्धी प्रार्थनापत्र तथा टिकटोंका खर्च नीचे बताया गया है।

चेक देनेके नियमोंका पूरी तरह से पालन किया गया है। यद्यपि अवैतनिक मन्त्रीको केवल अपने हस्ताक्षरोंसे ५ पौंड तककी चेक देनेका अधिकार है, फिर भी इस अधिकारका उपयोग कभी नहीं किया गया है। चेकोंपर अवैतनिक मन्त्री और श्री अब्दुल करीम हस्ताक्षर करते हैं। श्री अब्दुल करीमकी गैरहाजिरी में श्री दोरास्वामी पिल्ले तथा श्री पी° दावजी और उनकी भी गैरहाजिरी में श्री हुसेन कासिमके हस्ताक्षर कराये जाते हैं।

 
  1. यहाँ उद्धृत नहीं किया जा रहा है।
  2. यहाँ उद्धृत नहीं किया जा रहा है।