पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/३८०

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२५९. पितामह चिरजीवी हों

कल भारतके पितामह और भारतीय राष्ट्रीयताके जनक श्री दादाभाई नौरोजीकी ८६ वीं वर्षगांठ है। प्रत्येक वर्षके साथ हम उस दिनके और निकट पहुँचते चले जाते हैं जब हमें उनके पार्थिव शरीरसे बिछुड़ना पड़ेगा। उनका सम्मान करनेका सर्वोत्तम मार्ग हमारे लिए यही है कि हम उनके आदर्श जीवनका अनुकरण करें और अपना सर्वस्व मातृभूमिकी सेवामें लगा दें। प्रथम पृष्ठपर हम इस वयोवृद्ध देशभक्तकी संक्षिप्त और सचित्र जीवनी दे रहे हैं।

[ अंग्रेजीसे ]
इंडियन ओपिनियन, ३-९-१९१०

२६०. लन्दनकी वृहत् सभा

गत ३ अगस्तको लन्दनमें जो वृहत् सभा हुई थी उसका विवरण' अब मिल गया है। उसका सभापतित्व श्री मंचरजी भावनगरीने किया, जो उचित ही था; क्योंकि प्रारम्भसे ही वे इस संघर्ष में प्रमुख भाग लेते रहे हैं। श्री रिच और उनके सहायकोंके अथक प्रयत्नोंके फलस्वरूप ही सभा इतनी सफल हुई। वक्ताओंके नाम देखनेसे पता लगता है कि सभा कितनी अधिक प्रातिनिधिक थी। सर मंचरजीने [ सभाके ] प्रस्ताव लॉर्ड क्रू और लॉर्ड मॉर्लेके पास भेज दिये हैं। रायटरका समाचार है कि साम्राज्य सरकार अभी भी संघ-सरकारके साथ लिखा-पढ़ी कर रही है। श्री रिचने जनरल बोथासे अपील की कि संघ संसदका अधिवेशन शुरू होनेसे पहले-पहले वे इस संघर्षको समाप्त कर दें। अब देखना है कि अगला. महीना सत्याग्रहियोंके लिए क्या लाता है। हम मानते हैं कि चुनाव १. वेस्ट मिन्स्टर पैलेस होटलमें की गई इस सभाका विवरण ३-६-१९१० के इंडियन ओपिनियन में प्रकाशित हुआ था। २. वक्ताओंमें सैयद हुसैन बेलग्रामी, डब्ल्यू० पी० बाइल्स, संसद-सदस्य; सर आर० के० विल्सन, विपिनचन्द्र पाल, लाला लाजपतराय आदि थे । ३. पहले प्रस्ताव में ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीयोंकी निर्योग्ताओंका ब्योरा देते हुए, भारतीयों को निर्वासित करके मौजाम्बिकके जरिये भारत भेजनेका जोरदार विरोध किया गया था; दूसरे प्रस्तावमें लॉर्ड क्रू से संरक्षण के लिए अपील की गई थी; तीसरे प्रस्ताव में लॉर्ड मॉलेसे अपील की गई थी कि जबतक मौजूदा कष्टोंका निवारण न हो तबतक आगे और आव्रजन न होने दिया जाये; चौथेमें निःस्वार्थ संघर्ष में रत ... ट्रान्सवालके बहादुर भाइयों और बहनोंके लिए सराहना और प्रोत्साहनका सन्देश था, और पाँचवे प्रस्ताव में हिदायत दी गई थी कि प्रस्तावोंको उपनिवेश-कार्यालय, भारत कार्यालय (इंडिया ऑफिस) और ट्रान्सवाल ब्रिटिश भारतीय संवके पास भेजा जाये ।