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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


क्या क्या सहना पड़ा होगा, उसकी तो हम कल्पना भी नहीं कर सकते। सच तो यह है कि कभी-कभी इन्हें भी जेल जानेवाले हमारे भाइयोंसे अधिक नहीं, तो कमसे कम उतना ही कष्ट उठाना पड़ा होगा। फिर भी पिछले चार वर्षोंमें, जबतक कि हमारी लड़ाई जारी रही, उन्होंने कभी अपना कदम पीछे नहीं हटाया। श्री डोकने एक बार कहा था कि सच्चे साम्राज्यवादी तो यूरोपीय समितिके वे सदस्य और सत्याग्रही हैं जो जबरदस्त विरोधके मुकाबले में भी साम्राज्यके आदर्शोकी रक्षाके लिए लड़े हैं। हम श्री डोकके कथनसे बिल्कुल सहमत है। हमें आशा है कि दक्षिण आफ्रिकामें भारतीयों और यूरोपीयोंके बीच जो सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध कायम हो गये हैं वे दोनों कौमोंको इसी प्रकार बाँधे रखेंगे, और इसके फलस्वरूप दोनोंमें एक-दूसरेके प्रति आदर और सहिष्णुताकी भावना बढ़ेगी। यदि ऐसा हुआ तो साम्राज्यके दूसरे भागोंके लिए दक्षिण आफ्रिका एक अनुकरणीय उदाहरण बन जायेगा।

[अंग्रेजीसे]
इंडियन ओपिनियन, १७-६-१९११


९०. हॉस्केनका चित्र

इस अंकमें हम श्री हॉस्केनका चित्र दे रहे है। हमें विश्वास है कि हमारे पाठक उसको पसन्द करेंगे। यह चित्र पहले 'स्टार' में छपा था। हम उस पत्रके मालिकोंके सौजन्यसे इस चित्रको प्राप्त कर सके हैं। हम चाहते हैं कि हमारे पाठक इस चित्रको मढ़वाकर अपने कमरोंमें लगायें। हमने बहुत बार देखा है कि भारतीय अपने कमरों में शराब या तम्बाकूके चित्रमय विज्ञापन मढ़वाकर टाँगते हैं। कभी-कभी बिलकुल अर्थ-शून्य चित्र महज झूठी सजावटके लिए चिपके या टाँगे होते हैं। बहुत बार लोग हमारी परीक्षा हमारे आसपासकी वस्तुओंसे करते हैं। हम आशा करते हैं कि प्रत्येक भारतीय अपने निवासस्थानमें केवल उन्हीं लोगोंके चित्र रखेंगे जिन्होंने हमपर उपकार किया है अथवा जिनके नाम हम स्मरण रखना चाहते है, और जिन दूसरी चीजोंको हम अपने आसपास रखना चाहें उन्हें भी विचारपूर्वक रखेंगे।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, १७-६-१९११