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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 18.pdf/११५

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तार : गुलाम रसूलको

और इस प्रकार आप इन तीनों वस्तुओंको प्राप्त कीजिए; नहीं तो इसका मतलब होगा सदैव के लिए दासता। अंग्रेजोंका खून बहाने से खिलाफत आन्दोलन कभी सफल न होगा। हम उनसे टक्कर नहीं ले सकते। उनके पास हथियार, हवाई जहाज तथा मशीनगनें हैं। यदि आपमें तेज है तो असहयोग कार्यक्रम अच्छी तरह कार्यान्वित किया जा सकता है। हिन्दुओंको यह न सोचना चाहिए कि मुसलमान लोग बादमें उनका विरोध करेंगे। इस्लाम शुद्ध धर्म है और वह कभी हिन्दुओंको गुमराह नहीं करेगा। असहयोग अन्य सभी अस्त्रोंसे बढ़-चढ़कर है। ऐसी सरकारकी अन्यायपूर्ण शर्तोंका मुकाबला करनेका केवल एक ही तरीका है——असहयोग। असहयोग पहली अगस्तसे शुरू होने जा रहा है तथा प्रत्येक भारतवासी——मनुष्य, स्त्री या बच्चे——का कर्तव्य है कि वह इसे सफल बनाये। दुकानें बन्द रखी जायें, मस्जिदों और मन्दिरोंमें प्रार्थनाएँ की जायें और प्रत्येक आदमी [उस दिन] व्रत रखे। आजकी जैसी सभा नहीं; खूब बड़ी-बड़ी सभाओं का आयोजन किया जाये। किसी प्रकारके बलका प्रयोग न किया जाये।

[अंग्रेजीसे]
बॉम्ब सीक्रेट एब्स्ट्रॅक्ट्स, १९२०, पृष्ठ ११०७
 

५२. तार : गुलाम रसूलको[]

हैदराबाद (सिन्ध)
[२३ जुलाई, १९२०][]

गुलाम रसूल
खिलाफत
मुलतान

आना असम्भव प्रतीत होता है, अहमदाबाद अविलम्ब जाना नितान्त आवश्यक; फिर कभी मुलतान आनेकी आशा। कृपया क्षमा कीजिए। शौकत अली और किचलू आज रातको रवाना होकर कल शामको पाँच बजे पहुँच रहे हैं।

गांधी

[अंग्रेजीसे]
बॉम्बे सीक्रेट एब्स्ट्रैक्ट्स, १९२०, पृष्ठ ११३५
 
  1. यही तार केवलकृष्ण, मन्त्री, कांग्रेस, मुलतानको भी भेजा गया था।
  2. यह तार खुफिया विभाग द्वारा इसी तारीखको रोक लिया गया था।