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१९. खर्चका हिसाब[१]
नेटाल भारतीय कांग्रेसके नामे | |
मो॰ क॰ गांधीका पावना | |
दक्षिण आफ्रिकावासी भारतीयोंके कष्टोंके सम्बन्धमें भारतमें आन्दोलनका वास्तविक खर्च : | |
५ जुलाई (१८९६) | |
इलाहाबादमें सम्पादकों आदिसे मिलने के लिए सुबहसे | [रु॰ आ॰ पा॰] |
तीसरे पहर तकका और पिछली शामका घोड़ागाड़ी | |
खर्च | ६—०—० |
होटल | ५—८—० |
अखबार | २—१२—० |
इनाम | ०—८—० |
[?. . . अगस्त] | |
असबाब-पुस्तिकाएँ आदि | ४—८—० |
बम्बईसे राजकोटकी आधे किरायेवाली वापसी टिकट | २०—१—६ |
१७ अगस्त | |
वढवाणमें पानी | ०—२—० |
कुली | ०—४—० |
गरीबको | ०—१—० |
तार लानेवाले को | ०—१—० |
स्टेशनका चपरासी | ०—४—० |
१९ अगस्त | |
जी॰ [ग्रांट] रोडको घोड़ागाड़ी | ०—५—० |
जी॰ रोडसे बान्द्रा और वापस | ०—१२—० |
जी॰ रोडसे पायधुनी | ०—४—० |
- ↑ भारत में दौरा करने के सम्बन्ध में गांधी जी की यात्रा, छपाई तथा अन्य वास्तविक खर्चके लिए ७५ पौंडका ड्राप्ट दिया गया था। उन्होंने सारे खर्च का हिसाब रखा और भारतसे दक्षिण अफ्रीका लौटने के बाद उसे नेटाल भारतीय कांग्रेसके सामने पेश किया। अन्तिम प्रविष्टिकी तारीख २९ नवम्बर है अतः इस उसी तारीख केलिए रखा जा रहा है।
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